
निफ्टी : भारतीय शेयर बाजार ने आज एक नाटकीय मोड़ लिया, जिसमें निफ्टी ने 22,000 के स्तर के करीब अपना दिन समाप्त किया। विशेष रूप से, तेल और गैस सेक्टर में भारी गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों में चिंता की लहर दौड़ गई।
इस गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक बाजारों में अस्थिरता और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव है। इसके अलावा, भारत की नीतियों में बदलाव और इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन में वृद्धि ने भी तेल सेक्टर पर प्रभाव डाला है।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह गिरावट अल्पकालिक हो सकती है, लेकिन यह निवेशकों को अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करने का संकेत देती है। विशेषज्ञों की सलाह है कि निवेशकों को बाजार की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए और अपने पोर्टफोलियो को विविधता प्रदान करनी चाहिए।
आज के कारोबारी दिन के अंत में, निफ्टी ने 0.66% की गिरावट के साथ 22,000 के स्तर के नीचे बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स ने भी 500 अंकों की गिरावट दर्ज की। बाजार के इस अस्थिर व्यवहार के बीच, निवेशकों की नजरें अब आगामी वित्तीय घोषणाओं और नीतिगत बदलावों पर टिकी हुई हैं।