उत्तरकाशी मस्जिद विवाद: बढ़ते तनाव को देखते हुए डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बृहस्पतिवार रात को पूरे जिले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू कर दी। शुक्रवार को हरिद्वार, देहरादून और टिहरी से अतिरिक्त पुलिस बल भी जिला मुख्यालय में तैनात किया गया।

उत्तरकाशी: बृहस्पतिवार को नगर में जनाक्रोश रैली के दौरान हुए बवाल में पुलिस ने आठ नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। अधिकांश नामजद लोग एक समुदाय के धार्मिक संगठन से जुड़े हैं और वही रैली के आयोजक भी थे। पुलिस के लाठीचार्ज के विरोध में शुक्रवार को जिला मुख्यालय से लेकर यमुनाघाटी तक व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। इस मामले को लेकर व्यापारियों और धार्मिक संगठन के सदस्यों ने बैठक कर चार नवंबर को महापंचायत आयोजित करने का निर्णय लिया है। तब तक बाजार खुले रहेंगे।
बढ़ते तनाव को देखते हुए डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जिले में धारा 163 लागू कर दी है। शुक्रवार को हरिद्वार, देहरादून और टिहरी से अतिरिक्त पुलिस बल जिला मुख्यालय भेजा गया, जहां फ्लैग मार्च निकालकर पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। धारा 163 लागू होने के कारण शुक्रवार को दूसरे समुदाय के लोग मस्जिद में नमाज अदा करने नहीं पहुंचे और अपने घरों में ही नमाज पढ़कर अमन की दुआ की। टिहरी जिले में भी पुलिस कार्रवाई के विरोध में व्यापारियों और हिंदू संगठनों ने रैली निकाली और प्रदर्शन कर पुलिस प्रशासन का पुतला दहन किया।
ये लोग हैं नामजद
उत्तरकाशी कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने मुकदमा दर्ज होने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि जितेंद्र चौहान, सोनू नेगी, सूरज डबराल, कुलवीर राणा, सुशील शर्मा, गौतम रावत, आलोक रावत व सचेंद्र परमार को नामजद किया गया है।
चार नवंबर को होगी महापंचायत
जनाक्रोश रैली के दौरान हुए लाठीचार्ज के विरोध में शुक्रवार को जिला मुख्यालय से लेकर यमुनाघाटी तक बाजार बंद रहे, जिससे बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। मामले को लेकर जिला मुख्यालय के व्यापारियों और धार्मिक संगठनों ने विश्वनाथ मंदिर सभागार में बैठक कर चार नवंबर को महापंचायत आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस बैठक में आंदोलन की आगे की रणनीति तय की जाएगी, और तब तक सभी व्यापारियों ने दीपावली के त्योहार को देखते हुए बाजार खुला रखने पर सहमति जताई है।
मोरी और नौगांव में व्यापारियों ने सांकेतिक प्रदर्शन करते हुए पथराव और लाठीचार्ज करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। डुंडा व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनकपाल बिष्ट ने भी घटना पर आक्रोश व्यक्त किया। बैठक में दीपावली के बाद 4 नवंबर को महापंचायत के आयोजन का निर्णय लिया गया, जहां घटना की जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी की जाएगी। बैठक का समापन हनुमान चालीसा के पाठ के साथ किया गया।