देहरादून: सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को टिहरी के नैनबाग स्थित राजकीय इंटर कॉलेज गरखेत में आयोजित जौनपुर क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक विकास महोत्सव में शिरकत की। कार्यक्रम में पहुंचने पर मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया गया और उन्हें सम्मानस्वरूप कोट एवं टोपी पहनाई गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं करते हुए कहा कि यह महोत्सव क्षेत्र की समृद्ध लोक संस्कृति, परंपराओं और विकास का सशक्त मंच है।
महत्वपूर्ण घोषणाएं:
- द्वारगढ़ से हिंगोती भद्रराज मंदिर तक 6 किलोमीटर का मोटर मार्ग निर्माण।
- अगलाड़-थत्यूड़ मोटर मार्ग (किमी 10) से ठक्कर कुदाऊं, खास कुदाऊं होते हुए स्वेल चक तक 4 किलोमीटर का मोटर मार्ग निर्माण।
- गरखेत में स्थायी हेलीपैड का निर्माण।
- जौनपुर क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक विकास महोत्सव को राजकीय मेला घोषित किया गया।
मुख्यमंत्री ने महोत्सव में शामिल होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन लोक संस्कृति, खेल और परंपराओं को संजोने और उन्हें आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थापना दिवस पर अपनी बोली-भाषाओं और संस्कृति के संरक्षण पर बल दिया था, जिसे राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ा रही है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति और परंपराएं हमारी मूल पहचान हैं। मेले जैसे आयोजनों से प्रेम, अपनत्व और सामाजिक सौहार्द की भावना मजबूत होती है। उन्होंने प्रवासी उत्तराखंडियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारे भाई-बहन सात समंदर पार भी अपनी संस्कृति और परंपराओं को जीवंत बनाए रखने का कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि राज्य सरकार द्वारा उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान के जरिए बोली-भाषाओं के साहित्य को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। फिल्म नीति के तहत स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा देने और फिल्मों के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक और धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण कर उन्हें भव्य स्वरूप दिया जा रहा है।
राज्य सरकार ने पलायन रोकने और समग्र विकास को प्राथमिकता देते हुए कृषि, दुग्ध उत्पादन, मौन पालन, बागवानी और होमस्टे योजनाओं के जरिए स्वरोजगार को बढ़ावा दिया है। महिला स्वयं सहायता समूहों को वित्तीय मदद देकर उनके उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जा रही है। उन्होंने गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखंड की एक लाख से अधिक महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं और जल्द ही सवा लाख का लक्ष्य पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाउस ऑफ हिमालया जैसे ब्रांड्स के माध्यम से उत्तराखंड के पारंपरिक उत्पादों को वैश्विक पहचान मिल रही है। उन्होंने किसानों को 3 लाख रुपये तक के बिना ब्याज वाले ऋण देने, सख्त नकल विरोधी कानून और धर्मांतरण विरोधी कानून लागू करने तथा 19 हजार नौकरियों को पारदर्शी प्रक्रिया से शुरू करने का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के महोत्सव हमारी सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और नई पीढ़ी तक पहुंचाने का उत्कृष्ट कार्य करते हैं। आयोजन समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए सीएम धामी ने कहा कि सरकार सख्त भू कानून बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए शासन-प्रशासन के स्तर पर सुझाव मांगे जा रहे हैं, और जल्द ही भू कानून का प्रारूप तैयार कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि गलत तरीके से भूमि खरीदने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री के भाषण और घोषणाओं ने क्षेत्रवासियों में नई उम्मीद और विकास की आस जगाई। आयोजन के माध्यम से जौनपुर की सांस्कृतिक परंपराओं को सहेजने और विकास के नए आयाम स्थापित करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया।