देहरादून: उत्तराखंड में अब IAS, IPS और PCS अधिकारी उन तहसीलों, पुलिस थानों, ब्लॉकों या अन्य क्षेत्रों को गोद लेंगे, जहां उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी। इस पहल का उद्देश्य स्थानीय विकास को गति देना और सरकारी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करना है। अधिकारी इन क्षेत्रों में रात्रि प्रवास कर जनसमस्याओं का समाधान करेंगे और सरकारी संस्थानों का निरीक्षण करेंगे।

उत्तराखंड में प्रवासियों द्वारा गांवों को गोद लिए जाने के बाद अब IAS, IPS और PCS अधिकारी भी अपने शुरुआती कार्यक्षेत्रों को गोद लेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए हैं, जिससे सरकारी योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू किया जा सके और स्थानीय विकास को गति मिले।
इस पहल के तहत अधिकारी उन तहसीलों, पुलिस थानों, ब्लॉकों या अन्य क्षेत्रों में रात्रि प्रवास करेंगे, जहां से उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी। इससे वे जनसमस्याओं को नजदीक से समझकर त्वरित समाधान निकाल सकेंगे।
अनुभवी अधिकारियों की अहम भूमिका
सीएम धामी ने कहा कि राज्य में कई वरिष्ठ अधिकारी हैं, जिन्होंने लंबे समय तक प्रशासनिक सेवाएं दी हैं। ऐसे अधिकारियों को अपनी पहली जॉइनिंग वाले क्षेत्रों को गोद लेने के लिए कहा गया है। इसमें वे अधिकारी भी शामिल हैं, जो उत्तर प्रदेश के समय से कार्यरत रहे हैं।
योजना जल्द होगी लागू
सरकार ने प्लानिंग डिपार्टमेंट को इस योजना की विस्तृत रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इस पहल से वरिष्ठ अधिकारियों के अनुभव का लाभ राज्य के विकास में मिलेगा और सरकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो सकेगा।