बीते मंगलवार को ढाढ़रबगड़ के घटगाड़ गदेरे पर लोनिवि की ओर से निर्माणाधीन बैली ब्रिज टूटकर गदेरे में जा गिरा। इस पुल की लंबाई लगभग 60 मीटर और लागत 2.80 करोड़ रुपये थी।

चमोली, थराली — 5 जून 2025:
थराली तहसील के रतगांव क्षेत्र में ढाढ़रबगड़ गदेरे पर निर्माणाधीन बैली ब्रिज के ढहने के मामले में लोक निर्माण विभाग (PWD) ने ठेकेदार के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। अवर अभियंता ने थाना थराली में ठेकेदार के खिलाफ लिखित तहरीर दी, जिस पर थाना अध्यक्ष पंकज कुमार ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
2.80 करोड़ की लागत से बन रहा था पुल
रतगांव की करीब 4000 से अधिक की आबादी को जोड़ने वाला यह पुल 60 मीटर लंबा था और इसकी कुल लागत ₹2.80 करोड़ थी। शासन ने 2024 में इस पुल को मंजूरी दी थी और निर्माण कार्य दो महीने पहले ही शुरू किया गया था। काम लगभग पूरा हो चुका था।
लापरवाही से गिरा पुल, बाल-बाल बचे लोग
स्थानीय रिपोर्ट के अनुसार, ठेकेदार के श्रमिकों द्वारा बैली ब्रिज के बर्थ (रस्से) और सपोर्ट को एकसाथ हटा दिया गया, जबकि इन्हें चरणबद्ध हटाना था। पुल अधिक भार नहीं सह सका और सीधे गदेरे में जा गिरा। सौभाग्यवश, उस वक्त कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
ग्रामीणों की मांग: जांच और शीघ्र पुनर्निर्माण
ग्राम प्रधान महिपाल फरस्वाण सहित पृथ्वी सिंह, सुजान सिंह, बलवंत सिंह और प्रदीप फरस्वाण जैसे ग्रामीणों ने इस लापरवाही की उच्चस्तरीय जांच की मांग उठाई है। साथ ही, बरसात से पहले पुल के पुनर्निर्माण की गुहार भी लगाई है, ताकि क्षेत्र के लोगों का संपर्क मार्ग फिर से बहाल हो सके।