
देहरादून: उत्तराखंड में मौसम एक बार फिर करवट बदल रहा है। मौसम विभाग ने प्रदेश के सभी पर्वतीय जिलों में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बागेश्वर, पिथौरागढ़, नैनीताल और चंपावत जैसे जिलों में अगले कुछ दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। कुछ स्थानों पर गरज के साथ तेज बौछारें भी पड़ सकती हैं। वहीं, हरिद्वार और उधम सिंह नगर जैसे मैदानी इलाकों में भी बादल छाए रहने और बौछारें पड़ने की आशंका जताई गई है।
लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के कारण प्रदेश में जनजीवन अस्त-व्यस्त है। लोक निर्माण विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रदेश में कुल 288 सड़कों में से बुधवार तक 101 रास्ते खोल दिए गए हैं, लेकिन 187 सड़कें अभी भी बंद हैं। इन बंद सड़कों में टिहरी में 20, चमोली में 31, रुद्रप्रयाग में 23, पौड़ी में 18, उत्तरकाशी में 22, देहरादून में 14, हरिद्वार में एक, पिथौरागढ़ में 22, अल्मोड़ा में 23, बागेश्वर में सात और नैनीताल में छह सड़कें शामिल हैं। सड़कों को खोलने के लिए लोक निर्माण विभाग ने 671 जेसीबी और अन्य मशीनें तैनात की हैं।
बारिश और भूस्खलन का असर चार धाम यात्रा पर भी पड़ा है। उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री धाम की यात्रा मौसम और सड़क की खराब स्थिति से प्रभावित हो रही है। जिलाधिकारी ने जानकारी दी है कि फिलहाल गंगोत्री धाम में प्रतिदिन अधिकतम 500 यात्रियों को ही भेजा जा रहा है। वहीं, यमुनोत्री धाम की यात्रा भी बाधित है। फूलचट्टी से जानकीचट्टी को जोड़ने वाली सड़क यमुना नदी के कटाव के कारण लगभग 200 मीटर तक ध्वस्त हो गई है। प्रशासन को उम्मीद है कि 13 सितंबर से यात्रा को फिर से शुरू किया जा सकेगा।
राजधानी देहरादून में पिछले कुछ दिनों से मौसम साफ रहने के कारण तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बुधवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।हालांकि, शाम को हुई बारिश से लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली।पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा करने वालों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।