
चमोली: उत्तराखंड में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर ग्राउंड जीरो पर हालात का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनके आंसू पोछे, उन्हें ढांढस बंधाया और सरकार की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिया।
चमोली जनपद के नंदानगर क्षेत्र में बादल फटने और भूस्खलन से मची तबाही के बाद मुख्यमंत्री धामी शनिवार को प्रभावित गांवों में पहुंचे। उन्होंने स्थलीय निरीक्षण कर राहत और बचाव कार्यों की प्रगति की जानकारी ली और जिला प्रशासन को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। सीएम ने स्पष्ट रूप से कहा कि पीड़ितों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
प्रभावित परिवारों से सीधे संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने उनका हालचाल जाना और कहा कि आपदा की इस घड़ी में राज्य सरकार पूरी तरह से उनके साथ खड़ी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी जरूरी संसाधन प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।मुख्यमंत्री ने राहत शिविरों का भी निरीक्षण किया और वहां भोजन, पेयजल, चिकित्सा, स्वच्छता और अस्थायी आवास जैसी सुविधाओं की समीक्षा की।
इससे पहले, मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून के मालदेवता और केसरवाला जैसे आपदा प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा किया था, जहां भारी बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ था। वहां भी उन्होंने राहत और बचाव कार्यों का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
चमोली के नंदानगर क्षेत्र में आपदा के कारण सात लोगों की जान चली गई और ग्यारह अन्य घायल हो गए। भूस्खलन और बाढ़ से 40 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए, जिनमें से कई पूरी तरह नष्ट हो गए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रभावितों को तत्काल राहत सामग्री मुहैया कराई जाए और बिजली-पानी की आपूर्ति जल्द से जल्द बहाल की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजीवन को जल्द से जल्द सामान्य करने के प्रयास जारी हैं और भविष्य में ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए स्थायी समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।उनके इस दौरे में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।