
देहरादून। गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे परिवहन निगम ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं। निगम प्रबंधन का कहना है कि इस मुश्किल दौर से उबरने और कर्मचारियों के वेतन भुगतान को सुचारू करने के लिए सभी का मिलकर काम करना आवश्यक है।
निगम के महाप्रबंधक (संचालन) क्रांति सिंह ने मंगलवार को इस संबंध में सभी मंडलीय प्रबंधकों और अधिकारियों को एक आधिकारिक पत्र जारी किया। पत्र में उन्होंने स्पष्ट किया कि पिछले कुछ महीनों में भारी बारिश, प्राकृतिक आपदाओं और जगह-जगह मार्ग बंद होने के कारण बसों का संचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ, जिससे निगम की वित्तीय स्थिति अत्यंत खराब हो गई है।
इस आर्थिक तंगी का सीधा असर कर्मचारियों पर पड़ा है, जिन्हें समय पर वेतन नहीं मिल पा रहा है। यही नहीं, मार्च और उसके बाद सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों के देयकों का भुगतान भी लंबे समय से अटका हुआ है।
अब त्योहारी सीजन शुरू होने के साथ ही निगम को आय में सुधार की उम्मीद है। दशहरा और दिवाली के मौके पर बस स्टेशनों और मार्गों पर यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि की संभावना है, जिसे निगम एक अवसर के रूप में देख रहा है।
इसी को ध्यान में रखते हुए प्रबंधन ने यह कड़ा कदम उठाया है। जारी किए गए आदेश के अनुसार, किसी भी अधिकारी, उपाधिकारी या कर्मचारी को अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर कोई अवकाश स्वीकृत नहीं किया जाएगा। प्रबंधन ने सभी से इस पीक सीजन में अपना पूर्ण योगदान देने की अपील की है ताकि निगम की आय बढ़ सके और वित्तीय स्थिति को वापस पटरी पर लाया जा सके।