
देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पूरे उत्साह पर है और केदारनाथ धाम ने श्रद्धालुओं की संख्या के मामले में एक नया इतिहास रच दिया है। कपाट बंद होने से लगभग 14 दिन पहले ही, केदारनाथ पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 16.56 लाख को पार कर गई है।यह आंकड़ा पिछले वर्ष, 2024 के पूरे यात्रा सीजन में आए 16,52,076 श्रद्धालुओं की कुल संख्या से अधिक है।
मौसम की चुनौतियों के बावजूद, जिसमें बारिश और बर्फबारी भी शामिल है, भक्तों की आस्था अडिग बनी हुई है।बुधवार को भी 5,614 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए, जिससे इस साल का आंकड़ा 16,56,539 पर पहुंच गया।यात्रा की मौजूदा गति को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कपाट बंद होने तक यह संख्या 17 लाख के पार जा सकती है।
इस वर्ष चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ हुई थी। इसके बाद 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए थे।हालांकि, मानसून के मौसम में भारी बारिश और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण यात्रा बुरी तरह प्रभावित हुई थी, लेकिन शासन-प्रशासन के त्वरित प्रयासों से यात्रा मार्गों को फिर से सुचारू किया गया।
केवल केदारनाथ ही नहीं, बल्कि बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों में भी श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि देखी जा रही है।प्रदेश सरकार ने श्रद्धालुओं के उत्साह को देखते हुए सुरक्षित यात्रा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं।संवेदनशील स्थानों पर जेसीबी की तैनाती की गई है ताकि मार्ग बाधित न हो और यात्रा सुचारू रूप से चलती रहे।
केदारनाथ धाम के कपाट इस वर्ष भैयादूज के अवसर पर 23 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे।तब तक यात्रा जारी रहेगी और श्रद्धालुओं की संख्या में और वृद्धि होने की प्रबल संभावना है।