
देहरादून:उत्तराखंड में प्रतिबंधित कफ सिरप के खिलाफ चल रही कार्रवाई के बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों को दी जाने वाली पैरासिटामोल सिरप की गुणवत्ता पर भी शिकंजा कसा है। खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने प्रदेश भर में निरीक्षण कर सिरप के नौ सैंपल एकत्र किए हैं, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया गया है।
एफडीए के अपर आयुक्त और राज्य ड्रग कंट्रोलर, ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि यह कार्रवाई स्वास्थ्य सचिव व एफडीए आयुक्त डॉ. आर राजेश कुमार के दिशा-निर्देशों पर की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश के सभी औषधि निरीक्षकों को विशेष रूप से चार साल से कम आयु के बच्चों को दिए जाने वाले पैरासिटामोल सिरप की गुणवत्ता जांचने के लिए सैंपल एकत्रित करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसी क्रम में, रविवार को विभागीय टीमों ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों के मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण किया और पैरासिटामोल सिरप के कुल नौ सैंपल जांच हेतु देहरादून स्थित प्रयोगशाला भेजे। ताजबर सिंह जग्गी ने प्रदेश के लोगों से अपील की है कि वे केवल डॉक्टरों के परामर्श पर ही अपने बच्चों को पैरासिटामोल सिरप दें।
कफ सिरप के खिलाफ भी अभियान जारी
अपर आयुक्त ने यह भी जानकारी दी कि प्रदेशभर में कफ सिरप के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है। हाल ही में ऊधमसिंह नगर जिले में की गई कार्रवाई का ब्यौरा देते हुए उन्होंने बताया:
- सितारगंज: पांच मेडिकल स्टोरों के निरीक्षण के दौरान अनियमितताएं पाए जाने पर एक मेडिकल स्टोर को नोटिस देकर सात दिन में स्पष्टीकरण मांगा गया है।
- गौरापड़ाव: यहां अनियमितताओं के चलते एक मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया है, जबकि एक का लाइसेंस निलंबित किया गया है और दो अन्य मेडिकल स्टोरों को नोटिस जारी किए गए हैं।