
नई दिल्ली – अप्रैल की शुरुआत के साथ ही भीषण गर्मी ने देश के कई हिस्सों में दस्तक दे दी है। तापमान में लगातार इज़ाफा हो रहा है और मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और गर्मी बढ़ने की चेतावनी दी है। रविवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.1 डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री तक गिर गया।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और पंजाब जैसे राज्यों में आगामी दिनों में भीषण गर्मी पड़ने की पूरी संभावना है।
🌡️ समुद्र के बढ़ते तापमान से क्यों बढ़ रही है गर्मी?
भारत में बढ़ती गर्मी के पीछे सबसे बड़ा कारण समुद्र के तापमान में तेजी से हो रही वृद्धि है। इसके पीछे कई वैज्ञानिक कारण माने जा रहे हैं:
- जलवायु परिवर्तन
- ग्लोबल वार्मिंग
- समुद्री धाराओं में बदलाव
- क्लाइमेट साइकिल में परिवर्तन
- पोलर आइस का पिघलना
ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन से वायुमंडल गर्म हो रहा है, जिससे समुद्र का तापमान बढ़ रहा है। यही बढ़ता समुद्री तापमान भारत के मौसम को प्रभावित कर रहा है और गर्मी को पहले से ज्यादा तीव्र बना रहा है।
🔥 अप्रैल-जून में पड़ेगी सामान्य से ज्यादा गर्मी: मौसम विभाग
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अनुमान लगाया है कि अप्रैल से जून तक देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान रहेगा। खासकर उत्तर भारत, मध्य भारत और पूर्वी भारत के मैदानी इलाकों में लू के दिन सामान्य से ज्यादा हो सकते हैं।
IMD प्रमुख डॉ. मृत्युंजय महापात्रा के अनुसार, कुछ क्षेत्रों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा।
उन्होंने बताया कि जिन राज्यों में 10-11 दिन तक लू चल सकती है, उनमें शामिल हैं:
- पूर्वी उत्तर प्रदेश
- झारखंड
- छत्तीसगढ़
- ओडिशा
जबकि अन्य राज्यों जैसे राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, हरियाणा, पंजाब, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु के उत्तरी हिस्सों में भी लू की स्थिति सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।
भारत में इस साल गर्मी पिछले वर्षों की तुलना में कहीं ज्यादा तीव्र हो सकती है। जलवायु परिवर्तन और समुद्र के बढ़ते तापमान जैसे कारण इस बदलाव के पीछे हैं। लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा के लिहाज़ से लू से बचाव के लिए पहले से तैयार रहना चाहिए।