
नई दिल्ली: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर कड़ा प्रहार किया। ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पार्टी ने गरीबों को और गरीब किया और जनता ने बार-बार कांग्रेस को नकारते हुए तीसरी बार स्थिर सरकार बनाई है।
कांग्रेस पर आरोप
अपने भाषण में अनुराग ठाकुर ने कहा, “कांग्रेस ने अपने शासनकाल में गरीबों को और गरीब किया। जनता ने कांग्रेस को बार-बार नकारा है और तीसरी बार देश में स्थिर सरकार बनाई है।”
अरविंद केजरीवाल पर हमला
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए ठाकुर ने कहा, “हमने वर्क फ्रॉम होम तो सुना था, लेकिन अब वर्क फ्रॉम जेल देखने का अवसर विपक्षी गठबंधन ने दिया।” उन्होंने यह भी कहा, “इनकी पार्टी तो ऐसी है, जिसका नेता जो अपने आप को दुनिया का सबसे ईमानदार नेता बताता है और वो इतना ईमानदार निकला कि देखो आज जेल में हैं।”
विपक्षी गठबंधन पर कटाक्ष
विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए ठाकुर ने कहा, “जब ये भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी का मुकाबला दो चुनावों में नहीं कर पाए तो एक ऐसा गठबंधन बनाया, जो जेल वाले और बेल वाले ने मिलकर बनाया, कुछ जेल में थे, कुछ बेल पर थे। कुछ यहां पर भी बेल वाले हैं। इन्होंने अपने सहयोगी चुने, शराब घोटाले वाले, जमीन घोटाले वाले चुने और तो और वो सब चुने जो जेल और बेल पर थे।”
संसद में हंगामा
अनुराग ठाकुर के इस बयान के बाद संसद में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने इस बयान को राजनीतिक द्वेष से प्रेरित बताया और इसका कड़ा विरोध किया। वहीं, भाजपा सांसदों ने अनुराग ठाकुर के बयान का समर्थन करते हुए विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला।
अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस और इंडिया पर साधा निशाना
अनुराग ठाकुर ने कहा, “कांग्रेस ने इस चुनाव में भय और भ्रम की राजनीति की। आपने प्रधानमंत्री को अपशब्द कहने वालों को भी टिकट देकर सांसद बनाने का काम किया। मैं पूछता हूं कि किसको टिकट दिया, टुकड़ों-टुकड़ों गैंग वालों को? आपकी सरकारों में अंग्रेजों की मानसिकता दिखती थी।”
ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार ने न्याय देने वाले कानून बनाए हैं। उन्होंने कहा, “पहले दंड देने वाले कानून थे, अब हमने न्याय देने वाला कानून दिया। अब नाबालिग से रेप करने वाले को फांसी की सजा होगी। विद्रोह करने वाले को जेल होगी। वहीं राजद्रोह की जगह अब देशद्रोह कानून होगा और देश के खिलाफ बोलना गुनाह होगा।”
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A पर निशाना साधते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, “आपकी सरकारों में अंग्रेजों की मानसिकता दिखती थी। आपने ऐसे लोगों को बढ़ावा दिया जो देश के खिलाफ बोलते हैं और देशद्रोह करते हैं। अब भाजपा सरकार में ऐसे लोगों को सख्त सजा मिलेगी।”
अनुराग ठाकुर के इस बयान के बाद संसद में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने इस बयान को राजनीतिक द्वेष से प्रेरित बताया और इसका कड़ा विरोध किया। वहीं, भाजपा सांसदों ने अनुराग ठाकुर के बयान का समर्थन करते हुए विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला।
ठाकुर ने एनडीए सरकार की पिछले 10 सालों की आर्थिक उपलब्धियों को गिनाया और राहुल गांधी को विपक्ष के नेता बनने पर बधाई देते हुए कहा कि अब उनके पास जिम्मेदारी के साथ सत्ता है और बिना किसी जिम्मेदारी के जमींदारी नहीं चलेगी।
राहुल गांधी पर कटाक्ष
अनुराग ठाकुर ने कहा, “राहुल गांधी के विपक्ष के नेता बनने पर बधाई। अब कांग्रेस नेता के पास जिम्मेदारी के साथ सत्ता है और बिना किसी जिम्मेदारी के जमींदारी नहीं चलेगी। वो कई सालों से बिना जिम्मेदारी के सत्ता का आनंद ले रहे थे और अब उनके लिए यह अग्निपरीक्षा है।”उन्होंने आगे तंज किया, “क्या वे पूरे दिन लोकसभा में बैठेंगे? वो अब भी यहां नहीं हैं।”
राहुल गांधी पर जब अनुराग ठाकुर ने यह टिप्पणी की, तब राहुल गांधी सदन में मौजूद नहीं थे और विपक्षी सदस्यों ने इसका कड़ा विरोध किया। ठाकुर ने इस दौरान कहा, “क्या कांग्रेस का राहुलयान फिर से फेल हो गया है? कांग्रेस चार जून से दिखाने में लगी है 99 का आंकड़ा 240 से बड़ा होता है। अब तो एक और कम होकर 98 रह गई है
ठाकुर ने एनडीए सरकार की आर्थिक उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि पिछले 10 सालों में देश ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। उन्होंने विभिन्न योजनाओं और नीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने देश के विकास और समृद्धि के लिए लगातार काम किया है।
डीएमके नेताओं पर भी किया पलटवार
वहीं धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान अनुराग ठाकुर ने कहा कि विकास भी और विरासत भी हमारी सरकार की पहचान है। जबकि विपक्षी डीएमके सांसद दयानिधि मारन के रोक-टोक पर अनुराग ठाकुर ने उनकी पार्टी और पार्टी नेताओं पर पलटवार किया और कहा कि क्योंकि मैंने विकास भी और विरासत भी बात की तो दयानिधि मारन का चिल्लाना सही था। क्योंकि इनके नेता वहां बैठ-बैठ कर कहते हैं कि सनातन धर्म बीमारी की तरह है, इसको जड़ से मिटाना है। इनके नेताओं को शर्म आनी चाहिए और देश से माफी मांगनी चाहिए। मुगल आए आकर चले गए, अंग्रेज आए आकर चले गए, लेकिन सनातन था, सनातन है और सनातन रहेगा।