
देहरादून: उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का इस्तीफा मंजूर कर लिया है. प्रेमचंद अग्रवाल ने कल 16 मार्च रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अपना इस्तीफा दिया था. प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा में बजट सत्र के दौरान अपने एक बयान को लेकर विवाद में फंस गए थे. राज्य में हर तरफ से उनकी इस्तीफे की मांग बढ़ने लगी थी. राज्यभर में धरना-प्रदर्शन हो रहे थे. जिसके बाद धामी सरकार पर भी दबाव बढ़ गया था. इसी दबाव में प्रेमचंद अग्रवाल ने रविवार को खुद ही सीएम धामी को इस्तीफा सौंप दिया था.
बताया जा रहा है कि राज्यपाल ने कल 16 मार्च शाम को प्रेमचंद अग्रवाल का इस्तीफा मंजूर कर दिया था, लेकिन उसकी जानकारी राज्यपाल ने 17 मार्च को दी है. बता दें कि प्रेमचंद अग्रवाल देहरादून जिले की ऋषिकेश विधानसभा से विधायक है. इस सरकार में जहां बीजेपी ने उन्हें कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी दी थी, तो वहीं 2017 से 2022 के बीच प्रेमचंद अग्रवाल को उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे है.
एक बयान के कारण छोड़ना पड़ा मंत्री पद: दरअसल, बजट सत्र के दौरान प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन में विवादित बयान दिया था. तभी से लगातार प्रेमचंद अग्रवाल उत्तराखंड की जनता के निशाने पर थे. इसीलिए आखिर में मजबूर होकर प्रेमचंद अग्रवाल को इस्तीफा देना पड़ा. कल सीएम धामी को इस्तीफा देने से पहले प्रेमचंद अग्रवाल ने प्रेस वार्ता भी की थी, तब वो काफी भावुक हो गए थे.