
देहरादून — मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को वर्चुअल माध्यम से राज्य के सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को प्राथमिकता के आधार पर बेहतर किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने वनाग्नि की रोकथाम, पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता, और जन शिकायतों के शीघ्र समाधान पर जोर दिया।
✅ चारधाम यात्रा: समन्वय और स्वच्छता पर ज़ोर
सीएम धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा सिर्फ आस्था का विषय नहीं, बल्कि स्थानीय लोगों की आजीविका का आधार भी है। उन्होंने अधिकारियों से कहा:
- स्थानीय जनप्रतिनिधियों, होटल व्यवसायियों और अन्य हितधारकों के साथ समन्वय बनाएं।
- यात्रा मार्गों पर स्वच्छता, सौंदर्यीकरण और यात्री सुविधाएं सर्वोच्च प्राथमिकता में हों।
- ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए विशेष योजना तैयार की जाए।

🔥 वनाग्नि प्रबंधन: त्वरित कार्रवाई और सतर्कता
वन विभाग और प्रशासन को निर्देशित किया गया कि:
- संवेदनशील क्षेत्रों में आवश्यक उपकरणों और मोबाइल गश्त टीमों की तैनाती हो।
- स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों के संपर्क नंबर अपडेट रहें ताकि आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई हो सके।
- निरंतर मॉनिटरिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
💧 पेयजल संकट: गर्मियों से पहले पूरी तैयारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि गर्मियों में जल संकट न हो, यह प्रशासन की जिम्मेदारी है:
- पेयजल टैंकरों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित हो।
- जिलाधिकारियों को स्थानीय बैठकों के जरिए समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए।
- मानसून से पहले बाढ़ सुरक्षा व जलभराव वाले क्षेत्रों में सुधार कार्य पूरे हों।
🛑 शासन में पारदर्शिता और कड़ी निगरानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि:
- जन शिकायतों का शीघ्र समाधान शासन की पारदर्शिता और जवाबदेही का प्रतीक है।
- ई-सेवाओं का अधिकतम उपयोग किया जाए ताकि आम लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें।
- लेटलतीफी करने वाले कार्मिकों पर कार्रवाई की जाए।
- विद्युत बिल और स्मार्ट मीटर से जुड़ी शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया जाए।
🚨 सुरक्षा और पहचान प्रणाली पर विशेष फोकस
राज्य की सुरक्षा को लेकर सीएम धामी ने कहा:
- बाहरी लोगों और संदिग्ध गतिविधियों पर सतत निगरानी हो।
- अवैध अतिक्रमण पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
- आधार, वोटर आईडी और सरकारी कनेक्शन अनधिकृत रूप से देने वाले कर्मचारियों पर निलंबन और टर्मिनेशन की कार्रवाई की जाए।
📋 कार्यों का फील्ड निरीक्षण अनिवार्य
मुख्यमंत्री ने दोनों मण्डल आयुक्तों को निर्देश दिए कि वे फील्ड में जाकर सभी कार्यों का भौतिक सत्यापन करें और आगामी समीक्षा बैठक से पहले मुख्यमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट सौंपें।
बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आयुक्त कुमाऊं दीपक रावत, आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पाण्डेय, और सभी जिलाधिकारी मौजूद रहे।