उत्तराखंड में बिजली की मांग ने नए रिकॉर्ड की ऊंचाइयों को छू लिया है। गर्मी की तपिश और बढ़ते उपभोग के चलते, राज्य में बिजली की मांग छह करोड़ यूनिट तक पहुंच गई है। यूपीसीएल (उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड) ने इस बढ़ती मांग के बावजूद कटौती को ना कह दिया है।
देहरादून:उत्तराखंड में बिजली की मांग ने एक बार फिर छह करोड़ यूनिट का आंकड़ा छू लिया है, जिससे यूपीसीएल (उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड) के सामने बिजली आपूर्ति की चुनौती और भी बढ़ गई है। गर्मी के इस प्रकोप में, जहां एक ओर बिजली की मांग में वृद्धि हुई है, वहीं दूसरी ओर यूपीसीएल ने बाजार से बिजली खरीद कर अपनी उपलब्धता को सुनिश्चित किया है।
पिछले सप्ताह मौसम में सुधार होने पर बिजली की मांग 5.4 करोड़ यूनिट तक गिरी थी, लेकिन सोमवार को फिर से बढ़कर छह करोड़ यूनिट तक पहुंच गई1। इस बढ़ती मांग के बावजूद, यूपीसीएल ने घोषित या अघोषित कटौती से इनकार किया है और बाजार से अतिरिक्त बिजली खरीद कर राज्य की बिजली आपूर्ति को बनाए रखा है।
यूपीसीएल के पास केंद्र और राज्य से कुल 4.5 करोड़ यूनिट बिजली उपलब्ध है, और बाकी की 1.2 करोड़ यूनिट बिजली बाजार से खरीदी जा रही है। यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार के अनुसार, बाजार से बिजली खरीद कर उपलब्धता को पूरा किया जा रहा है और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
इस प्रयास से उत्तराखंड के निवासियों को बिजली कटौती की चिंता से राहत मिली है, और यूपीसीएल की इस पहल को सराहा जा रहा है। बिजली की बढ़ती मांग के बावजूद, यूपीसीएल की यह पहल निश्चित रूप से सराहनीय है।