
हरिद्वार: भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान और अर्जुन पुरस्कार विजेता दीपक हुड्डा बुधवार को हरिद्वार में गंगा नदी में स्नान के दौरान तेज बहाव में बह गए. उत्तराखंड पुलिस की तत्परता से उन्हें सुरक्षित बचा लिया गया. इस घटना के बाद दीपक हुड्डा ने पहले तो हरिद्वार जाने की बात से ही इनकार कर दिया, लेकिन बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि स्नान के दौरान पैर फिसलने से यह हादसा हुआ.
यह घटना बुधवार को सावन शिवरात्रि के अवसर पर हर की पौड़ी के पास हुई. दीपक हुड्डा अपने परिवार के साथ गंगा में स्नान करने पहुंचे थे. नहाते समय अचानक उनका पैर फिसल गया और वह गंगा की तेज धारा में बहने लगे.मौके पर तैनात उत्तराखंड पुलिस की 40वीं वाहिनी पीएसी और जल पुलिस के जवानों ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया.उन्होंने राफ्ट के जरिए दीपक हुड्डा तक पहुंचकर उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया.
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, शुरुआत में दीपक हुड्डा ने इस बात से इनकार किया कि वह हरिद्वार में थे. एक रिपोर्ट के अनुसार, हुड्डा ने कहा कि वह पूरी तरह से ठीक हैं और हरिद्वार गए ही नहीं थे. हालांकि, कुछ घंटों बाद उन्होंने घटना को स्वीकार करते हुए बताया, “मैं महाशिवरात्रि के मौके पर हरिद्वार गया था, गंगा में स्नान कर रहा था. तभी पैर फिसल गया और पानी में थोड़ा अंदर चला गया. भगवान की कृपा है कि मैं बच गया.”
दीपक हुड्डा ने अपनी जान बचाने के लिए उत्तराखंड पुलिस का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा, “मैं भगवान शिव और उत्तराखंड पुलिस का तहेदिल से धन्यवाद करता हूं. यह किसी चमत्कार से कम नहीं था. कुछ सेकंड और होते, तो शायद आज मैं जिंदा न होता.” उत्तराखंड पुलिस ने भी इस बचाव अभियान का वीडियो अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा किया, जिसकी काफी सराहना हो रही है.
दीपक हुड्डा, जो एक कबड्डी खिलाड़ी होने के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से भी जुड़े हुए हैं, को 2016 में साउथ एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा होने का गौरव प्राप्त है.कांवड़ यात्रा के दौरान गंगा में श्रद्धालुओं के बहने की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं, जिसके मद्देनजर पुलिस द्वारा विशेष बचाव दल तैनात किए जाते हैं.