
हरिद्वार:हरिद्वार लोकसभा सांसद और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने संसदीय क्षेत्र के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की हैं। उन्होंने हरिद्वार की प्रमुख समस्या जलभराव से लेकर भविष्य में शुरू होने वाले बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की विस्तृत जानकारी दी।
रावत ने बताया कि हरिद्वार की भौगोलिक स्थिति तराई क्षेत्र की है, जहां भारी वर्षा होती है और बगल में गंगा बहती है, जिस कारण जलस्तर ऊंचा बना रहता है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार की टोपोग्राफी ऐसी है कि कुछ हिस्से ऊंचाई पर हैं और बीच में जमीन नीची है, जिस वजह से जल निकासी में दिक्कत होती है। कई बार जनरेटर की मदद से पानी को बाहर पंप करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हरिद्वार के विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है। योग नगरी ऋषिकेश का रेलवे स्टेशन अब देश के सुंदरतम स्टेशनों में गिना जा रहा है। यहां दो अतिरिक्त रेलवे लाइन भी तैयार हैं, जिन्हें जल्द चालू किया जाएगा। इसके अलावा ऋषिकेश से ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट भी शुरू किया गया है।
रावत ने बताया कि हरिद्वार में एक नई रिंग रोड बनाई जा रही है जो बहादराबाद जर्स सोसाइटी से शुरू होकर जगजीतपुर होते हुए श्यामपुर तक जाएगी। इस पर केंद्र सरकार लगभग 1800 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से अनुरोध किया है कि इस रिंग रोड को नेशनल प्रोजेक्ट के तौर पर लिया जाए, क्योंकि हरिद्वार केवल उत्तराखंड नहीं, बल्कि राष्ट्रीय तीर्थ स्थल है। यहाँ सालाना 5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचते हैं।
सांसद ने अपने भविष्य की योजनाओं में बताया कि मनसा देवी मंदिर तक जाने वाली सड़क की जगह अब एक टनल बनाने की योजना है जो सीधा मोतीचूर तक जाएगी, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही में आसानी होगी। मोतीचूर रेलवे स्टेशन का भी कुंभ मेले के दौरान इस्तेमाल किया जाएगा और उसके लिए रेलवे से बातचीत चल रही है।
उन्होंने कहा हरिद्वार केवल उत्तराखंड का विषय नहीं बल्कि एक राष्ट्रीय डेस्टिनेशन हैं. हरिद्वार की खुद की पापुलेशन मात्र एक करोड़ की है लेकिन हर साल यहां तकरीबन 5 करोड़ से ज्यादा लोग आते हैं. ऐसे में इस नेशनल प्रोजेक्ट के लिए उन्होंने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा इस प्रोजेक्ट से हरिद्वार की काफी हद तक जटिलता और ट्रैफिक की समस्या कम होगी.
इसके अलावा उन्होंने अपने फ्यूचर प्लांस के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा मनसा देवी मंदिर सड़क का इस्तेमाल केवल कुंभ के दौरान या फिर आपदा के दौरान किया जाता है क्योंकि वह नेशनल पार्क का हिस्सा है. भौगोलिक और भूगर्भीय कर्ण की वजह से यह कमजोर सड़क भी है. जहां बड़े वाहन नहीं चल सकते हैं. इसी वजह से उनकी कोशिश है कि यहां एक टनल बनाई जाए जो सीधा मोतीचूर निकले.इसके अलावा मोतीपचूर रेलवे स्टेशन के लिए केंद्र से बात चल रही है. कुंभ के समय मोतीचूर रेलवे स्टेशन का भी इस्तेमाल किया जा सकेगा. इसके लिए रेलवे स्टेशन का यदि अपग्रेडेशन होना है तो वह भी किया जाएगा. केवल मोतीचूर ही नहीं बल्कि लक्सर रेलवे स्टेशन, रुड़की रेलवे स्टेशन के जीर्णोद्धार को लेकर के भी केंद्र से बात चल रही है.
इसके अलावा मुजफ्फरनगर- देवबंद- रुड़की रेल लाइन लगभग बनकर परी हो चुकी है. मंगलौर रुड़की और कोर यूनिवर्सिटी को जोड़ते हुए सोनाली नदी के ऊपर पुल का काम होना है. जिसके लिए बजट सैंक्शन हो चुका है. हरिद्वार ग्रामीण के कुछ और पुलों के लिए भी पैसा सैंक्शन हो चुका है. उन पर काम चल रहा है. हरिद्वार लोकसभा के देहरादून वाले हिस्से में ऋषिकेश के लिए सड़क का विस्तार हो रहा है. सभी मोटर पुल पहले बन चुके हैं. इस तरह से पूरी हरिद्वार लोकसभा में विकास का कार्य बहुत तेजी के साथ चल रहे हैं.
हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र के अन्य पुलों पर भी कार्य जारी है और ऋषिकेश के लिए सड़क विस्तार का कार्य तेज़ी से चल रहा है। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उनकी प्राथमिकता हरिद्वार लोकसभा को विकास का मॉडल क्षेत्र बनाना है।