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देहरादून:इस वर्ष होलिका दहन के लिए भद्रा काल का विशेष ध्यान रखना होगा। पंचांग के अनुसार, 24 मार्च को भद्रा पूंछ का समय शाम 06:33 से रात्रि 07:53 तक और भद्रा मुख का समय रात्रि 07:53 से रात्रि 10:06 तक रहेगा। इसलिए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात्रि 11:13 से 12:27 के बीच होगा। इस दौरान, भक्तगण ‘ॐ होलिकायै नमः’ मंत्र का उच्चारण करते हुए होलिका दहन कर सकते हैं।
होलिका दहन की पूजा सामग्री
होलिका दहन की पूजा सामग्री में कुछ वस्तुओं का होना बहुत जरूरी माना जाता है। इस होली की पूजा में घर की बनी गुजिया जरूर अर्पित करनी चाहिए। होलिका दहन की पूजा सामग्री में कच्चा सूती धागा, नारियल, गुलाल पाउडर, रोली, अक्षत, धूप, फूल, गाय के गोबर से बनी गुलरी, बताशे, नया अनाज, मूंग की साबुत दाल, हल्दी का टुकड़ा और एक कटोरी पानी लें। सभी वस्तुओं को एक थाली में सजाकर पूरे परिवार के साथ जाकर होलिका मइया की पूजा करें।
होलिका दहन की पूजाविधि
- स्थान और दिशा:
- पूजा के स्थान को गंगाजल से पवित्र करें।
- उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठें।
- पूजा सामग्री:
- गाय के गोबर से होलिका और प्रहलाद की प्रतिमा बनाएं।
- एक थाली में रोली, फूल, मूंग, नारियल, अक्षत, साबुत हल्दी, बताशे, कच्चा सूत, फल, बताशे और कलश में पानी भरकर रखें।
- पूजा की विधि:
- होलिका मइया की पूजा करें और सामग्री को अर्पित करें।
- भगवान नरसिंह और विष्णुजी का नाम लेकर पांच अनाज अर्पित करें।
- फिर प्रह्लाद का नाम लेकर अनाज के दाने और फूल अर्पित करें।
- कच्चा सूत लेकर होलिका की सात होलिका की परिक्रमा करें और अंत में गुलाल डालकर जल अर्पित करें।
- अंतिम अर्पण:
- होलिका दहन के बाद उसमें कच्चे आम, सप्तधान्य, नारियल, मुट्टे, मूंग, चना, चावल आदि चीजें अर्पित कर दें।
इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है, और इसके अगले दिन धुलेंडी या रंगवाली होली का उत्सव होता है। इस अवसर पर, हम सभी को आपसी मतभेदों को भुलाकर एकता और प्रेम के रंग में रंगने का संदेश मिलता है।
होली पर बन रहे हैं शुभ संयोग
सर्वार्थ सिद्धि योग – 24 मार्च सुबह 7.34 से 25 मार्च सुबह 6.19 बजे तक
रवि योग – सुबह 6.20 बजे से 25 मार्च सुबह 7.34 बजे तक
वृद्धि योग – 24 मार्च रात 8.34 से 25 मार्च रात 9.30 तक
धन शक्ति योग – होली पर कुंभ राशि में मंगल और शुक्र की युति से धन शक्ति योग बन रहा है।
त्रिग्रही योग – शनि, मंगल, शुक्र होली पर कुंभ राशि में रहेंगे, जो कि बढि़या योग है।
बुधादित्य योग – होली पर इस बार सूर्य-बुध की युति से बुधादित्य योग भी बन रहा है। इससे व्यक्ति व्यापार, शिक्षा और नौकरी के क्षेत्र में सफलता पाता है।