Categories: UTTARAKHAND

विवाद में घिरी आईएएस पूजा खेडकर की ट्रेनिग स्थगित मसूरी तलब

अतिरिक्त मुख्य सचिव (पी) नितिन गद्रे के पत्र के मुताबिक, एलबीएसएनएए, मसूरी ने आपके जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित रखने और आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए आपको तुरंत वापस बुलाने का फैसला किया है

पूजा खेड़कर

मसूरी: विवादों में घिरीं ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर पर बड़ी कार्रवाई की गई है। उनकी ट्रेनिंग को रद्द करते हुए वापस अकादमी आने के निर्देश दे दिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, सरकार ने पूजा खेडकर की आईएएस परिवीक्षा को स्थगित कर दिया है। उन्हें लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में रिपोर्ट करने को कहा गया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (पी) नितिन गद्रे के पत्र के मुताबिक, एलबीएसएनएए, मसूरी ने आपके जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित रखने और आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए आपको तुरंत वापस बुलाने का फैसला किया है।

कौन हैं आईएएस पूजा खेडकर?
पूजा खेडकर 2023 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। पूजा खेडकर पर आरोप है कि उन्होंने खुद को ओबीसी नॉन क्रीमी लेयर वर्ग से बताकर यूपीएससी में चयन हासिल किया। साथ ही उन पर आरोप है कि उन्होंने मानसिक रूप से दिव्यांग होने का दावा किया, लेकिन कई बार बुलाने के बावजूद मेडिकल जांच में शामिल नहीं हुईं। बीते दिनों वीआईपी ट्रीटमेंट की मांग को लेकर वह विवादों में घिरीं थी। जिसके बाद उनका पुणे से वाशिम तबादला कर दिया गया था।

पूजा पर लगे आरोप

पूजा खेडकर पर आरोप है कि ट्रेनिंग पीरियड के दौरान उन्होंने सरकारी आवास, स्टाफ, गाड़ी और दफ्तर में अलग केबिन की मांग की।
अपनी निजी ऑडी कार पर लाल-नीली बत्ती और महाराष्ट्र सरकार का लोगो लगाया।
उन्होंने चोरी के आरोप में गिरफ्तार एक ट्रांसपोर्टर को छोड़ने के लिए डीसीपी रैंक के अधिकारी पर दबाव बनाया।
उन्होंने आईएएस बनने के लिए झूठे दस्तावेज का इस्तेमाल करते हुए यूपीएससी के फार्म में खुद को ओबीसी नाॅन क्रीमी लेयर बताया।
पूजा समृद्ध परिवार से हैं। वह खुद लगभग 17 करोड़ की संपत्ति की मालकिन हैं।
पूजा ने विकलांगता श्रेणी के तहत यूपीएससी का आवेदन पत्र भरा था। दावा किया गया कि वह 40 फीसदी दृष्टिबाधित हैं और किसी मानसिक बीमारी से जूझ रही हैं। हालांकि मेडिकल के दौरान वह हर बार नहीं पहुंची।
एमबीबीएस कॉलेज में दाखिले के समय भी दस्तावेजों की हेर-फेर के आरोप पूजा पर हैं।

Tv10 India

Recent Posts

उत्तराखंड: रामसर साइट आसन झील में साइबेरियन मेहमानों की दस्तक, 16 अक्तूबर से पर्यटक कर सकेंगे बोटिंग

देहरादून। पक्षी प्रेमियों के लिए एक सुखद खबर है। उत्तराखंड की पहली रामसर साइट, आसन कंजर्वेशन…

9 hours ago

Uttarakhand: कर्मचारियों की मांगों पर कल शासन में अहम बैठक, बोनस-डीए और गोल्डन कार्ड के मुद्दे उठेंगे

देहरादून।उत्तराखंड के सरकारी कर्मचारियों की विभिन्न लंबित मांगों और समस्याओं को लेकर कल (बुधवार को)…

10 hours ago

गोवर्धन पूजा: क्यों लगाया जाता है श्रीकृष्ण को 56 भोग, जानें पौराणिक कथा और महत्व

नई दिल्ली: गोवर्धन पूजा हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान श्रीकृष्ण के प्रति…

10 hours ago

प्रधानाचार्य सीमित विभागीय परीक्षा पर फिर मंडराए संकट के बादल, टीईटी की अनिवार्यता पर टिकी नजरें

देहरादून। उत्तराखंड में प्रधानाचार्य सीमित विभागीय परीक्षा एक बार फिर स्थगित हो सकती है। सुप्रीम कोर्ट…

10 hours ago

एक खूंखार डाकू vs महात्मा बुद्ध

एक बार की बात है कि मगध नाम के राज्य में अंगुलिमाल डाकू की दहशत…

15 hours ago

अंगुलिमाल और महात्मा बुद्ध: हिंसा पर करुणा की विजय

एक समय की बात है, मगध राज्य में अंगुलिमाल नाम के एक खूंखार डाकू का…

1 day ago