रुद्रप्रयाग :रुद्रप्रयाग पुलिस ने केदारनाथ यात्रा के पंजीकरण के नाम पर एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है, जिसमें यात्रियों से 4.40 लाख रुपये की ठगी की गई है। इस घटना के संबंध में नौ मुकदमे दर्ज किए गए हैं।रुद्रप्रयाग एसपी डॉ. विशाख अशोक भदाणे के अनुसार, यह केदारनाथ यात्रा में पंजीकरण के लिए यात्रियों से ठगी का पहला मामला है। यात्रियों ने लिखित शिकायत में बताया कि उनसे फर्जी पंजीकरण के नाम पर धनराशि ली गई थी। इस घोटाले में शामिल ट्रैवल एजेंसियों ने ऑनलाइन पंजीकरण के नाम पर यात्रियों को धोखा दिया और उन्हें अवैध तरीके से केदारनाथ धाम की यात्रा पर भेजा।
इस घटना की जांच के दौरान, पुलिस ने पाया कि यात्रियों को दिए गए पंजीकरण पत्र फर्जी थे और उनमें अंकित तिथियों में भी अंतर था। इस ठगी के चलते, कई यात्री आधे रास्ते से ही वापस लौटने को मजबूर हुए। रुद्रप्रयाग पुलिस ने इस मामले में सख्ती दिखाते हुए जालसाजी और धोखाधड़ी से संबंधित धाराओं में मुकदमे दर्ज किए हैं।
इस घटना के बाद, यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे केवल सत्यापित स्रोतों से ही पंजीकरण कराएं और किसी भी तरह के ऑनलाइन धोखाधड़ी से सावधान रहें। पुलिस ने यात्रा से संबंधित सभी जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइटों और सरकारी पोर्टलों का उपयोग करने की भी सिफारिश की है।
ऋषिकेश-बदरीनाथ मार्ग पर फर्जी पंजीकरण का भंडाफोड़: पुलिस चौकी पर खुली पोल
ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर जवाड़ी बाईपास स्थित पुलिस चौकी पर हाल ही में एक बड़े फर्जी पंजीकरण रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। बुधवार को वाहनों की चेकिंग के दौरान, कुछ यात्रियों के पंजीकरण पत्रों में अंकित तिथियों में असामान्य अंतर पाया गया। गहन जांच पर खुलासा हुआ कि इन पंजीकरणों में बाद की तिथियों को बदलकर वर्तमान तिथि में दर्ज किया गया है।
एसपी डॉ. विशाख अशोक भदाणे ने प्रेसवार्ता में बताया कि जब पुलिस ने संबंधित यात्रियों और ट्रेवल्स एजेंसी के कर्मचारियों से पूछताछ की, तो स्पष्ट जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई। यात्रियों ने खुलासा किया कि वे विभिन्न प्रांतों से केदारनाथ यात्रा पर आए थे और हरिद्वार में एक टूर ऑपरेटर के माध्यम से उनका पंजीकरण किया गया था।
यमुनोत्री धाम में फर्जी पंजीकरण के साथ पकड़ी गई थीं दों बसें
बताया कि रजिस्ट्रेशन के लिए हरिद्वार व दिल्ली में उनसे कुछ लोगों ने 2500 रुपये से लेकर 3.50 लाख रुपये तक लिए थे। लेकिन यहां जांच में उनका रजिस्ट्रेशन फर्जी मिला है। डाॅ. विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि पीड़ितों की लिखित शिकायत पर 9 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। साथ ही यात्रियों के द्वारा जिन लोगों के नाम बताए गए हैं, उनके बारे में पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। बता दें कि इससे पहले यमुनोत्री धाम में फर्जी पंजीकरण के साथ दों बसें पकड़ी गई थीं। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था।
सरकार की वेबसाइट से ही करें पंजीकरण
एसपी ने बताया कि चारधाम यात्रा को लेकर पंजीकरण कराने के लिए कुछ टूर ऑपरेटर शातिर लोगों के साथ मिलकर यात्रियों को गुमराह कर उन्हें फर्जी पंजीकरण थमा रहे हैं। इसके एवज में उनसे रकम ऐंठी जा रही है। ऐसे में यात्री उत्तराखंड सरकार की वेबसाइट से ही पंजीकरण करें। साथ ही यात्रा में आते हुए स्थानीय पुलिस और प्रशासन का सहयोग करें।
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