
डोईवाला: भारत-चीन सीमा पर शहीद हुए डोईवाला के आईटीबीपी इंस्पेक्टर चंद्र मोहन सिंह नेगी का पार्थिव शरीर आज, 27 जुलाई को उनके निवास स्थान पर पहुंचा। श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों लोग उमड़ पड़े। हिमाचल प्रदेश के रिकांग पियो में स्पीति घाटी लाहौल में भारत पोस्ट पर तैनात चंद्र मोहन सिंह तल्ली कांडई, पौड़ी गढ़वाल के मूल निवासी थे और पिछले 20 साल से डोईवाला में रह रहे थे।
25 जुलाई को भारत-चीन सीमा (LAC) पर करग्युपा नाले को पार करने के लिए अस्थायी पुल बनाते समय चंद्र मोहन सिंह नेगी का पैर फिसलने से वे नाले में बह गए। आईटीबीपी के जवानों ने तुरंत उन्हें रेस्क्यू कर आर्मी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। उनके निधन की सूचना परिजनों को शुक्रवार को दी गई।
आज शनिवार को चंद्र मोहन सिंह नेगी का पार्थिव शरीर जौलीग्रांट एयरपोर्ट से डोईवाला के दुर्गा चौक लाया गया। वहां सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, विधायक बृजभूषण गैरोला और सैकड़ों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। सैनिक कल्याण मंत्री ने कहा कि इस दुख की घड़ी में देश और उत्तराखंड सरकार उनके परिवार के साथ खड़ी है और शहीदों के लिए घोषित सभी सहायता प्रदान की जाएगी।
पूर्व ग्राम प्रधान नरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि 55 वर्षीय चंद्र मोहन सिंह का एक 26 वर्षीय बेटा है जो दुबई में नौकरी करता है और एक 23 वर्षीय बेटी है। चंद्र मोहन सिंह का व्यक्तित्व बेहद मिलनसार था। उनका एक भाई देवेंद्र सिंह नेगी डोईवाला कोतवाली में हेड कॉन्स्टेबल है। चंद्र मोहन सिंह ने 24 सितंबर 1987 को भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल में कॉन्स्टेबल के पद पर भर्ती होकर सेवा शुरू की थी।