
मसूरी: पर्यटन नगरी मसूरी में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने शहर की प्रसिद्ध माल रोड को पूरी तरह से पटरी (स्ट्रीट वेंडिंग) मुक्त करने की घोषणा की है। यह फैसला स्थानीय निवासियों और व्यापारियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करने और मसूरी की पहचान को संरक्षित करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
यह घोषणा भाजपा मसूरी मंडल द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह के दौरान की गई। इस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी को शहर के 35 सामाजिक व राजनीतिक संगठनों ने शॉल और पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। यह सम्मान वर्षों से लंबित टाउन हॉल को जनता को हस्तांतरित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए दिया गया। भाजपा मसूरी मंडल के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने इस अवसर पर कहा कि एमडीडीए और पालिका के बीच समन्वय की कमी के कारण यह मामला लंबे समय से अटका हुआ था, जिसे मीरा सकलानी ने मंत्री गणेश जोशी के सहयोग से संभव कर दिखाया।
अपने संबोधन में पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने मसूरी की जनता का आभार व्यक्त करते हुए माल रोड पर किसी भी तरह के अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं करने का संकल्प लिया।उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “माल रोड मसूरी की पहचान है और इसकी गरिमा को किसी भी कीमत पर कम नहीं होने दिया जाएगा। यह सिर्फ पर्यटकों के लिए ही नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है।”
सकलानी ने यह भी उल्लेख किया कि पूर्व में माल रोड पर सुंदर अस्थायी काउंटर बनाने की उनकी योजना को कुछ राजनीतिक स्वार्थों के कारण विरोध का सामना करना पड़ा था। हालांकि, अब उन्होंने साफ कर दिया है कि किसी भी तरह की पटरी को माल रोड पर लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी और जिन व्यापारियों को स्थान की आवश्यकता है, उन्हें वैकल्पिक जगहों पर समायोजित किया जाएगा।
त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए, दीपावली के लिए एक सप्ताह की अस्थायी छूट दी जाएगी, जिसके बाद माल रोड पर पटरी लगाना पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।सकलानी ने जोर देकर कहा कि वे किसी भी राजनीतिक दबाव के आगे नहीं झुकेंगी और नगर पालिका में पारदर्शिता तथा जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
मसूरी का माल रोड पर्यटन के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है, जहां रोजाना हजारों पर्यटक आते हैं। पिछले कुछ वर्षों में अनियंत्रित स्ट्रीट वेंडिंग के कारण यहां अव्यवस्था बढ़ रही थी, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा था। पालिकाध्यक्ष के इस निर्णय से न केवल शहर की सुंदरता को बनाए रखने में मदद मिलेगी, बल्कि पर्यटन व्यवसाय को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।