
देहरादून: सावधान! अगले नौ दिन प्रचंड गर्मी अपने चरम पर होगी। आज से नौतपा का आरंभ हो गया है, और यह वह समय है जब वर्ष के सबसे गर्म दिन अनुभव किए जाते हैं। 25 मई से शुरू होकर 3 जून तक चलने वाला यह नौतपा न केवल एक महत्वपूर्ण भौगोलिक घटना है, बल्कि इसका गहरा धार्मिक महत्व भी है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, लगभग 80 वर्षों के बाद ऐसा विशेष योग बन रहा है, जो इस बार देश में मानसून के दौरान अच्छी खासी बारिश होने का संकेत दे रहा है।
क्या है नौतपा और क्यों बढ़ती है गर्मी?
ज्योतिषाचार्य प्रदीप जोशी के अनुसार, नौतपा की शुरुआत आज सुबह 3:15 बजे सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश के साथ हुई। यह अवधि 3 जून तक चलेगी, जब सूर्य की तपिश सबसे अधिक महसूस होगी। हालांकि सूर्य 8 जून तक रोहिणी नक्षत्र में ही रहेंगे, लेकिन मुख्य नौतपा 3 जून को समाप्त हो जाएगा, जिसके बाद सूर्य मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। वैज्ञानिक और ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, इन नौ दिनों के दौरान पृथ्वी सूर्य के सबसे करीब होती है, और सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ती हैं। इसी कारण धरती का तापमान अत्यधिक बढ़ जाता है।
भू-वैज्ञानिक बी.डी. जोशी भी इस तथ्य की पुष्टि करते हैं। उनका कहना है कि सूर्य की किरणों के सीधे धरती पर पड़ने से स्वाभाविक रूप से गर्मी अधिक होती है। उन्होंने यह भी बताया कि इस दौरान समुद्र में भी काफी हलचल देखने को मिल सकती है।
धार्मिक महत्व और उपाय
धार्मिक दृष्टि से नौतपा के दौरान सूर्य देव की उपासना और आराधना को बेहद शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस समय सूर्य देव की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त, इस अवधि में शरबत, जल और अन्य ठंडी तासीर वाली वस्तुओं का दान करना भी बेहद लाभकारी बताया गया है।
भीषण गर्मी में बरतें ये सावधानियां
आने वाले नौ दिनों की भीषण गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। डॉक्टर बी.पी. गुप्ता का कहना है कि इस दौरान यदि अति आवश्यक न हो तो घर से बाहर निकलने से बचें। शरीर में पानी की कमी बिल्कुल न होने दें, इसके लिए बार-बार पानी पीते रहें। अपने आहार में खीरा, खरबूजा, तरबूज, दही, और नारियल पानी जैसी ठंडी चीजों को शामिल करें।
उन्होंने विशेष रूप से बच्चों का ध्यान रखने की अपील की है, क्योंकि बड़ों की तुलना में बच्चों के लिए इतनी तीव्र गर्मी सहन करना अधिक मुश्किल हो सकता है। इसलिए, इन नौ दिनों में अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखकर और जरूरी उपायों को अपनाकर ही इस भीषण गर्मी के प्रकोप से बचा जा सकता है।