
पंतनगर, 23 फरवरी: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को पंतनगर विश्वविद्यालय में आयोजित 17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। पंतनगर हवाई अड्डे पर भाजपा कार्यकर्ताओं और जिले के अधिकारियों ने उनका जोरदार स्वागत किया।

सीएम ने चखी मडुआ की बर्फी और लस्सी
सम्मेलन के दौरान सीएम धामी ने कृषि प्रदर्शनी के स्टॉलों का दौरा किया और पशु विज्ञान महाविद्यालय द्वारा तैयार मडुआ (रागी) की बर्फी और लस्सी का आनंद लिया। उन्होंने कहा कि यह जैविक उत्पाद उत्तराखंड के पारंपरिक खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की भागीदारी
इस सम्मेलन में देशभर से 1800 वैज्ञानिकों के साथ-साथ 16 देशों के 42 विदेशी वैज्ञानिक भी भाग ले रहे हैं। सीएम धामी ने इस अवसर पर कृषि विकास, जैविक खेती और तकनीकी नवाचारों पर विशेषज्ञों के साथ विचार-विमर्श किया।
किसानों के लिए सरकार की योजनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंतनगर विश्वविद्यालय का कृषि क्षेत्र में गौरवशाली इतिहास रहा है और इस तरह के सम्मेलन किसानों के लिए नए अवसर और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि:
✅ किसानों को तीन लाख तक का ब्याज-मुक्त ऋण दिया जा रहा है।
✅ बेतालघाट और अन्य स्थानों पर जैविक चाय बागान विकसित किए जा रहे हैं।
✅ उत्तराखंड में 6 अरोमा वैली तैयार की जा रही हैं।
यूसीसी और सीमांत गांवों के विकास पर जोर
सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड 27 जनवरी को यूसीसी लागू करने वाला पहला राज्य बन गया है। उन्होंने लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर कानून पर कहा कि इससे सुरक्षा और पारिवारिक जानकारी सुनिश्चित होगी। साथ ही, सीमांत गांवों को प्राथमिकता देते हुए विकास योजनाएं बनाई जा रही हैं।
कृषि विज्ञान सम्मेलन से क्या बदलेगा?
सीएम धामी ने उम्मीद जताई कि यह सम्मेलन पूरे देश में वैज्ञानिक दृष्टिकोण को समृद्ध करेगा और किसानों के लिए नई संभावनाएं खोलेगा। जैविक खेती, बेमौसमी फसलों पर नियंत्रण और नवाचारों से किसानों को जागरूक करने की आवश्यकता पर भी उन्होंने जोर दिया।