![](https://tv10india.com/wp-content/uploads/2024/12/image-141-1024x576.png)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शतरंज चैंपियन डी. गुकेश से मुलाकात की। इस खास मुलाकात की तस्वीरें पीएम ने सोशल मीडिया पर साझा कीं और गुकेश की सफलता की सराहना करते हुए लिखा,
“भारत के गौरव, शतरंज चैंपियन डी. गुकेश के साथ प्रेरणादायक बातचीत हुई। उनके आत्मविश्वास और समर्पण ने मुझे हमेशा प्रभावित किया है। कुछ साल पहले उन्होंने कहा था कि वह सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बनेंगे, और आज यह भविष्यवाणी उनके कठोर परिश्रम और लगन से सच हो गई है।”
गुकेश की ऐतिहासिक जीत
18 वर्षीय ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश ने चीन के दिग्गज शतरंज खिलाड़ी डिंग लिरेन को मात देकर वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया। इस जीत के साथ ही गुकेश न केवल विश्वनाथन आनंद के बाद यह खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय बने, बल्कि वह इसे जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी भी बन गए।
चैंपियनशिप की 14वीं और अंतिम बाजी में डिंग लिरेन को हराने के बाद, गुकेश ने अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर सके और उनकी आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। उन्होंने कहा,
“यह वह पल है जिसका सपना मैं पिछले 10 वर्षों से देख रहा था। आज मेरा सपना हकीकत में बदल गया है।”
शतरंज में नई ऊंचाइयों की ओर भारत
गुकेश ने अपनी शानदार यात्रा की शुरुआत इस साल की शुरुआत में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतकर की थी। इसके साथ ही वह विश्व चैंपियनशिप के सबसे युवा चैलेंजर बन गए थे। इससे पहले रूस के महान गैरी कास्पारोव ने 22 साल की उम्र में विश्व चैंपियन बनने का रिकॉर्ड बनाया था, जिसे अब गुकेश ने तोड़ दिया है।
पीएम मोदी और गुकेश की बातचीत
पीएम मोदी ने गुकेश की इस उपलब्धि को भारत के लिए गर्व का क्षण बताया। उनकी मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने गुकेश के दृढ़ निश्चय और मेहनत की तारीफ की और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
भारत के लिए गौरव का पल
डी. गुकेश की यह उपलब्धि भारत के शतरंज इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ती है। 2013 में विश्वनाथन आनंद द्वारा जीते गए पांचवें विश्व खिताब के बाद यह पहली बार है कि कोई भारतीय विश्व चैंपियन बना है। गुकेश की जीत न केवल शतरंज प्रेमियों के लिए प्रेरणा है, बल्कि यह युवा भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक मिसाल भी है।
यह ऐतिहासिक जीत भारत की शतरंज परंपरा को और सशक्त बनाती है और दुनिया में भारत का परचम लहराती है।