
नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आज केंद्रीय बजट 2024 को लेकर सरकार पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने महाभारत के चक्रव्यूह का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे अभिमन्यू को चक्रव्यूह में फंसाकर मारा गया था, वैसे ही हिंदुस्तान के लोगों के साथ किया जा रहा है। राहुल गांधी ने सरकार की नीतियों और बजट के प्रावधानों पर तीखी आलोचना की।
राहुल गांधी ने बजट की हलवा सेरेमनी का भी जिक्र किया और इस पर एक टिप्पणी की, जिसे सुनकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हंसते-हंसते अपने दोनों हाथ माथे पर रख लिया।
हलवा सेरेमनी की दिखाई तस्वीर
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्रीय बजट 2024 पर चर्चा के दौरान हलवा सेरेमनी की एक तस्वीर दिखाने की कोशिश की, लेकिन लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने मना कर दिया। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ”मैं तस्वीर दिखाकर समझाना चाहता हूं कि बजट का जो हलवा बंट रहा है और इस तस्वीर में एक ओबीसी अधिकारी नहीं दिख रहा है। यहां तक कि एक आदिवासी अधिकारी और एक दलित अधिकारी तक नहीं दिख रहा। यह हो क्या रहा है। देश का हलवा बंट रहा है और इसमें इसमें केवल वही लोग नहीं हैं।”
वित्त मंत्री ने माथे पर रखे हाथ
केंद्रीय बजट 2024 पर चर्चा के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बजट की हलवा सेरेमनी पर सवाल उठाए और एक तस्वीर दिखाने की कोशिश की, लेकिन स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें रोका। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि बजट का जो हलवा बंट रहा है, उसमें एक भी ओबीसी, आदिवासी या दलित अधिकारी नहीं दिख रहा है। उनके इतना कहते ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हंसते-हंसते अपने दोनों हाथ माथे पर रख लिए, जिससे सदन में हंगामा हो गया।
हंगामे के बीच राहुल गांधी ने अपना भाषण जारी रखते हुए कहा, ”सर, आप हलवा खा रहे हैं और बाकी लोगों को हलवा मिल ही नहीं रहा है। हमने पता किया है कि 20 अधिकारियों ने बजट तैयार किया है। अगर आप लोग नाम चाहते हैं तो मैं आपको इन अधिकारियों के नाम भी दे सकता हूं।”
उन्होंने कहा, ”इसका मतलब 20 अधिकारियों ने बजट बनाया है। मतलब हिंदुस्तान का हलवा 20 लोगों ने बांटा है। बांटता कौन है? वही दो या तीन प्रतिशत लोग, मिलता किसे है? केवल इन तीन प्रतिशत को ही। बाकी 99 प्रतिशत को क्या मिलता है?”
राहुल गांधी का आरोप: ‘भारत में डर का माहौल, बजट ने छोटे व्यापारियों और युवाओं को निराश किया’
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्रीय बजट 2024 पर कड़ी आलोचना की और देश में डर का माहौल बताया। उन्होंने कहा, ”भारत में डर का माहौल है और यह डर हमारे देश के हर पहलू में व्याप्त है। सरकार ने बजट में बड़े व्यापारियों को फायदा पहुंचाया, लेकिन छोटे दुकानदारों और करदाताओं को कोई फायदा नहीं दिया गया।”
रोजगार के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा कि बजट में इंटर्नशिप प्रोग्राम की बात शायद एक मजाक था। उन्होंने कहा, ”ये इंटर्नशिप देश की बड़ी कंपनियों में दी जाएगी, लेकिन इससे युवाओं को कोई फायदा नहीं होगा। युवाओं का आज का मुख्य मुद्दा पेपरलीक है। बीते 10 वर्षों में 70 बार इस देश में पेपरलीक की घटना हुई है।”
अग्निपथ योजना के चक्रव्यूह में फंसे युवा
राहुल गांधी ने सरकार पर युवाओं को अग्निपथ योजना के चक्रव्यूह में फंसाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ”युवाओं को अग्निपथ योजना के चक्रव्यूह में फंसाया गया। किसानों ने सरकार से लीगल गारंटी योजना मांगी थी, लेकिन सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी। किसान लंबे समय से सड़क पर आंदोलन कर रहे हैं। बीते दिनों वे मुझसे मिलने आए, लेकिन उन्हें यहां आने नहीं दिया गया।”
राहुल गांधी ने कहा, ”अगर सरकार बजट में एमएसपी का प्रावधान कर देती तो किसान इस चक्रव्यूह से निकल सकते थे। मैं विपक्षी गठबंधन की तरफ से कहना चाहता हूं कि हमारी सरकार बनने पर किसानों को एमएसपी दी जाएगी।”