
देहरादून: उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में ‘गैर-हिंदुओं’ द्वारा मांस-मछली और शराब जैसी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठी है। यह मांग केदारनाथ से भाजपा विधायक आशा नौटियाल ने रविवार को की। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ गैर-हिंदू लोग धाम की पवित्रता भंग कर रहे हैं, जिससे श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंच रही है। इस बयान को लेकर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला बताया है।
विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि केदारनाथ धाम में कुछ गैर-हिंदू लोग मांस, मछली और शराब जैसी चीजों का व्यापार कर रहे हैं, जिससे धाम की धार्मिक पवित्रता प्रभावित हो रही है। उन्होंने मांग की कि ऐसे लोगों पर सख्त रोक लगाई जाए।
स्थानीय व्यापारियों के साथ बैठक में उठा मुद्दा
हाल ही में हुई बैठक में होटल, ढाबा और घोड़े-खच्चर व्यवसाय से जुड़े लोगों ने भी इस मुद्दे को उठाया। उनका कहना था कि कुछ बाहरी लोग धाम की परंपराओं के विपरीत आचरण कर रहे हैं, जिस पर रोक लगाई जानी चाहिए। विधायक नौटियाल ने कहा कि वह स्थानीय लोगों की मांगों को उचित मंच पर रखेंगी और धार्मिक स्थलों की गरिमा बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने भाजपा विधायक के बयान की आलोचना करते हुए इसे नफरत फैलाने वाला करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बेरोजगारी, महंगाई और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के विवाद खड़े कर रही है।
धस्माना ने कहा, “चाहे महाकुंभ मेला हो, होली हो या चारधाम यात्रा, भाजपा इन मौकों पर धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति करती है। केदारनाथ में इस तरह की मांग करना प्रदेश की गंगा-जमुनी तहजीब के खिलाफ है।”
चारधाम यात्रा से पहले विवाद गहराया
चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू हो रही है, और इस तरह के बयानों से माहौल गर्माने की आशंका जताई जा रही है। कांग्रेस नेता धस्माना ने राज्य सरकार से यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म, जाति या प्रांत के व्यक्ति को अगर गलत काम करते हुए पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, न कि पूरे समुदाय को निशाना बनाया जाए।
अब देखना होगा कि सरकार इस विवाद पर क्या रुख अपनाती है और चारधाम यात्रा के दौरान धार्मिक सौहार्द बना रहता है या नहीं।