एलन मस्क की कंपनी SpaceX ने भारत से पहले भूटान में अपनी Starlink सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू कर दी है। कंपनी जल्द ही भारत में भी अपनी सेवाएं शुरू कर सकती है, लेकिन इसके लिए दूरसंचार नियामक की तरफ से स्पेक्ट्रम अलोकेशन प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार किया जा रहा है। Starlink ने अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से इस बात की घोषणा की है।
भूटान एक पहाड़ी देश है, जहां पारंपरिक टेरेस्ट्रियल नेटवर्क के जरिए इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराना महंगा और चुनौतीपूर्ण होता है। ऐसे में Starlink की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। अब यहां के लोग दूरस्थ और दुर्गम इलाकों में भी हाई-स्पीड इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकेंगे।
Starlink की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, भूटान के सूचना विभाग ने इसकी कीमतें तय की हैं। यहां दो तरह के प्लान उपलब्ध कराए गए हैं:
हालांकि, इन प्लान्स की कीमत भूटान के स्थानीय टेलीकॉम ऑपरेटर्स की तुलना में अधिक है।
Starlink की सेवा SpaceX के सैटेलाइट्स के जरिए उपलब्ध कराई जाती है। इसके लिए ग्राउंड टर्मिनल लगाए जाते हैं, जिनसे सैटेलाइट इंटरनेट का सिग्नल रिसीव होता है। यह टर्मिनल घरों में लगे रिसीवर से कनेक्ट होते हैं और इंटरनेट सेवा प्रदान करते हैं। इससे भूटान के लोग किसी भी पहाड़ी क्षेत्र में रहकर भी हाई-स्पीड इंटरनेट का उपयोग कर सकते हैं।
Starlink की इंटरनेट सेवा अगले कुछ महीनों में भारत में भी शुरू हो सकती है। इसके लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) जल्द ही स्पेक्ट्रम अलोकेशन की प्रक्रिया शुरू कर सकता है। प्रक्रिया पूरी होते ही Starlink को भारत में अपनी सेवाएं लॉन्च करने की अनुमति मिल जाएगी।
भारत में Starlink के आने से दूरदराज और इंटरनेट से वंचित इलाकों को हाई-स्पीड कनेक्टिविटी मिलने की उम्मीद है।
उत्तराखंड में वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक और बच्चों का पसंदीदा त्योहार फूलदेई पर्व…
भारत ने ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया है! 9 मार्च…
गुरुवार को सोने की कीमतों में धमाकाराष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को सोने की कीमतें…
पाकिस्तान क्रिकेट टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में करारी हार के बाद अब नई सीरीज की…
देहरादून: राज्य में पीएम आवास योजना 2.0 को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए…
देहरादून। राज्य में पीसीएस मुख्य परीक्षा का एक पेपर उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने रद्द…