
देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा के दौरान इस साल यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी का अनुमान है, जिसमें लगभग 80 लाख यात्रियों के पहुंचने की उम्मीद है। 10 मई से शुरू हुई यात्रा में 27 मई तक 17 दिनों में 11.5 लाख से ज्यादा यात्री चारधाम पहुंच चुके हैं। इस बढ़ती संख्या को देखते हुए, राज्य में एक मजबूत प्रबंधन प्रणाली की मांग की जा रही है। वर्तमान धामी सरकार चारधाम यात्रा के प्रबंधन के लिए यात्रा प्राधिकरण की बात कर रही है।
चारधाम यात्रा विकास प्राधिकरण पर कार्रवाई तेज, बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष का बयान
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की लगातार बढ़ती संख्या के दबाव को देखते हुए, चारधाम यात्रा विकास प्राधिकरण की स्थापना पर कार्रवाई तेज हो गई है। बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने इस विषय पर अपना बयान दिया है।
उन्होंने बताया कि सरकार चारधाम यात्रा में बढ़ती भीड़ और व्यवस्थाओं को सुगम बनाने के लिए गंभीर है। इसके लिए यात्रा प्राधिकरण की स्थापना की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। इस प्राधिकरण के गठन के लिए एक कमेटी बनाई गई है, जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। यह रिपोर्ट यात्रा की व्यवस्थाओं को मजबूत और सुगम बनाने के लिए महत्वपूर्ण होगी।
देवस्थानम बोर्ड बनाम यात्रा विकास प्राधिकरण
यह पहली बार नहीं है जब चारधाम यात्रा की चुनौतियों का समाधान करने के लिए पहल की जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार ने पहले देवस्थानम बोर्ड का गठन किया था, जिसे विधानसभा से भी पारित किया गया था। हालांकि, व्यापारियों और चारधामों के पांडा पुरोहितों के विरोध के बाद इसे रद्द कर दिया गया था।
यात्रा विकास प्राधिकरण और देवस्थानम बोर्ड में महत्वपूर्ण अंतर हैं। देवस्थानम बोर्ड मुख्य रूप से चारधाम यात्रा के प्रबंधन के लिए समर्पित था, जबकि यात्रा विकास प्राधिकरण का उद्देश्य चारधाम यात्रा के अलावा अन्य बड़े धार्मिक आयोजनों, जैसे कावड़ यात्रा और कुंभ, के प्रबंधन को भी शामिल करना है। यात्रा प्राधिकरण का कार्य यात्रा को व्यवस्थित करना और विभिन्न नोडल विभागों के अधिकारियों के बीच सामंजस्य स्थापित करना होगा।
सरकार ने स्पष्ट किया है कि यात्रा प्राधिकरण का काम केवल यात्रा को व्यवस्थित करना होगा और इसका मंदिरों में चढ़ावे पर कोई अधिकार नहीं होगा। इस प्रकार, यात्रा प्राधिकरण का उद्देश्य धार्मिक यात्राओं और आयोजनों को बेहतर तरीके से प्रबंधित करना और यात्रियों को सुगम सेवाएं प्रदान करना है।
चारधाम यात्रा विकास प्राधिकरण
बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय के अनुसार, सरकार यात्रा की व्यवस्थाओं को सुगम और मजबूत बनाने के लिए काम कर रही है। चारधाम यात्रा विकास प्राधिकरण की स्थापना की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं, और इसके लिए एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक टीम का गठन किया गया है जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।
पूर्ववर्ती सरकार का देवस्थानम बोर्ड
त्रिवेंद्र सिंह रावत की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने चारधाम यात्रा की चुनौतियों को देखते हुए देवस्थानम बोर्ड का गठन किया था। हालांकि, व्यापारियों और चारधामों के पांडा पुरोहितों के विरोध के बाद इसे रद्द कर दिया गया था।