
देहरादून: उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने 16 मार्च को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। विधानसभा बजट सत्र के दौरान दिए गए एक विवादित बयान के चलते उन्हें कड़े विरोध का सामना करना पड़ा, जिससे उनकी कुर्सी चली गई। इस्तीफे के बाद अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कैबिनेट में फेरबदल की अटकलें तेज हो गई हैं।
कैबिनेट विस्तार की सुगबुगाहट
सीएम धामी हाल ही में दिल्ली दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर चुके हैं। इस मुलाकात के बाद से ही कैबिनेट विस्तार की चर्चाएं जोरों पर हैं। भाजपा सूत्रों के अनुसार, इस सप्ताह उत्तराखंड मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल हो सकता है। वित्त मंत्री के इस्तीफे के बाद अब कुल पाँच मंत्री पद खाली हो गए हैं, जिन पर नए चेहरे नजर आ सकते हैं।
कौन-कौन हैं मंत्री पद की दौड़ में?
मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के लिए कई विधायकों के नाम चर्चा में हैं, जिनमें शामिल हैं:
- देहरादून: विनोद चमोली, खजानदास, उमेश शर्मा काऊ, मुन्ना सिंह चौहान
- हरिद्वार: मदन कौशिक, प्रदीप बत्रा
- टिहरी: विनोद कंडारी
- पौड़ी: ऋतु खंडूड़ी
- रुद्रप्रयाग: आशा नौटियाल
- नैनीताल: राम सिंह कैड़ा, बंशीधर भगत
- पिथौरागढ़: बिशन सिंह चुफाल
इसके अलावा, कुछ मौजूदा मंत्रियों और विधानसभा अध्यक्ष को हटाकर नए चेहरों को मौका देने की संभावना भी जताई जा रही है।
इस्तीफे पर मिली-जुली प्रतिक्रिया
प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद उनके विरोधियों ने सड़कों पर उतरकर जश्न मनाया और आतिशबाजी की, जबकि समर्थकों ने नाराजगी जाहिर की। डोईवाला क्षेत्र में व्यापारियों ने विरोध स्वरूप बाजार बंद कर दिया। डोईवाला व्यापार संघ के अध्यक्ष रमेश वासन ने कहा कि प्रदेश में पहाड़ और मैदान की राजनीति बढ़ रही है, जो उत्तराखंड के लिए सही नहीं है।
अब देखना यह होगा कि धामी कैबिनेट का विस्तार कब होता है और किन नए चेहरों को मंत्री पद की जिम्मेदारी मिलती है।