चार नवंबर से उत्तराखंड में पहला हैकाथन उद्भव शुरू होगा। आईआईएम काशीपुर में सीएम पुष्कर धामी शंखनाद करेंगे। इसमें आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी समेत 25 संस्थानों के छात्र शामिल होंगे।

देहरादून: उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती के अवसर पर प्रदेश के युवाओं की प्रतिभा को एक नया मंच देने के लिए आईटी विभाग की ओर से प्रदेश का पहला हैकाथन ‘उद्भव’ आयोजित किया जा रहा है। यह अनूठी प्रतियोगिता 4 नवंबर से शुरू होगी, जिसमें आईआईटी, आईआईएम और एनआईटी समेत 25 से अधिक प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के छात्र हिस्सा लेंगे।
इस हैकाथन का मुख्य उद्देश्य अकादमिक विचारों और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देना है। प्रतियोगिता में चयनित शीर्ष पांच टीमों को उनके प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।
दो श्रेणियों में होगी प्रतियोगिता, CM धामी करेंगे शुभारंभ
राज्य स्थापना की नौ अलग-अलग थीम पर आधारित ‘उद्भव’ का आयोजन दो मुख्य श्रेणियों में किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 4 नवंबर को आईआईएम काशीपुर में पहली थीम ‘एग्रीकल्चर’ की घोषणा के साथ इस हैकाथन का विधिवत शुभारंभ करेंगे।
- अकादमिक श्रेणी: इसमें सभी शिक्षण संस्थानों के छात्र अपने नए और इनोवेटिव अकादमिक वैचारिक प्रस्ताव (Conceptual Proposals) प्रस्तुत करेंगे।
- स्टार्टअप श्रेणी: यह श्रेणी विशेष रूप से उन संस्थानों के छात्रों के लिए है जहां स्टार्टअप इंक्यूबेशन सेंटर चल रहे हैं, जैसे आईआईटी रुड़की, एनआईटी श्रीनगर, आईआईएम काशीपुर और ग्राफिक एरा देहरादून।
राजभवन में लगेगी प्रदर्शनी, राज्यपाल और मुख्यमंत्री करेंगे संवाद
प्रतियोगिता के विभिन्न चरणों के बाद अंतिम दौर के कार्यक्रम नवंबर मध्य में आयोजित होंगे। अकादमिक श्रेणी का फाइनल 17-18 नवंबर को यूपीईएस देहरादून में, जबकि स्टार्टअप श्रेणी का फाइनल 13-15 नवंबर के बीच ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय में प्रस्तावित है।
इन कार्यक्रमों से दोनों श्रेणियों की शीर्ष पांच-पांच टीमों का चयन किया जाएगा, जिन्हें 19 या 20 नवंबर को राजभवन में अपने प्रोजेक्ट्स की प्रदर्शनी लगाने का अवसर मिलेगा। यहां राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इन प्रतिभाशाली युवाओं से सीधे रूबरू होंगे और उनके विचारों को समझेंगे।
‘उद्भव’ के समन्वयक राम उनियाल ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस आयोजन से प्रदेश के शिक्षण संस्थानों से बेहतरीन अकादमिक प्रस्ताव और स्टार्टअप टीमें सामने आएंगी। चयनित शीर्ष टीमों को सरकार अगले साल फरवरी में दिल्ली में होने वाली प्रतिष्ठित ‘एआई वर्ल्ड समिट’ में भी भेजेगी, ताकि उन्हें वैश्विक मंच मिल सके।
