
देहरादून, 21 जुलाई, 2025: उत्तराखंड वन विभाग में अधिकारियों के बीच संवाद और समन्वय को बेहतर बनाने के लिए एक अनूठी पहल शुरू की गई है। विभाग के नए मुखिया, प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) समीर सिन्हा ने ‘चाय पर चर्चा’ नाम से एक नया कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत हर हफ्ते शुक्रवार को अधिकारी चाय पर मिलेंगे और विभागीय योजनाओं पर अपने विचार साझा करेंगे।
हर शुक्रवार होगी ‘चाय पर चर्चा’
इस नई योजना के अंतर्गत, वन मुख्यालय में तैनात मुख्य वन संरक्षक (PCCF) से लेकर वन संरक्षक (CF) स्तर तक के अधिकारी प्रत्येक शुक्रवार को एक साथ बैठेंगे। इस अनौपचारिक बैठक का उद्देश्य गर्मा-गर्म चाय के साथ हफ्ते भर के कामकाज और आने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा करना है। इस दौरान अधिकारी विभिन्न योजनाओं पर अपने सुझाव दे सकेंगे और किसी भी तरह की समस्या या विभाग की बेहतरी के लिए अपने विचार रख सकेंगे।
टीम भावना और अनुभव का लाभ उठाना है मकसद
माना जा रहा है कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य अधिकारियों के बीच टीम भावना को बढ़ावा देना और उनके आपसी समन्वय की कमी को दूर करना है।अक्सर यह बात सामने आती रही है कि विभाग के भीतर अधिकारियों में एकरूपता की कमी के कारण योजनाओं के क्रियान्वयन में समस्या आती है।प्रमुख वन संरक्षक समीर सिन्हा का मानना है कि विभाग में अनुभवी अधिकारियों की कोई कमी नहीं है और इस ‘चाय पर चर्चा’ के माध्यम से उनके अनुभवों का लाभ उठाया जा सकेगा।
समीर सिन्हा ने कहा, “प्रयास यह है कि विभाग एक टीम के रूप में काम करे और अधिकारी अपनी समस्याएं और सुझाव भी प्रत्येक योजना पर दे सकें। इसमें सभी अधिकारी अपनी बात रख सकते हैं और विभाग में कैसे बेहतर किया जाए इसके लिए भी सबके सुझाव इसमें आ सकते हैं।”
यह पहल वन विभाग के कामकाज में एक नई ऊर्जा का संचार कर सकती है, जहाँ अधिकारी अब खुलकर अपने विचार रख पाएंगे और सामूहिक रूप से निर्णय लेने की प्रक्रिया का हिस्सा बनेंगे। इससे न केवल विभागीय योजनाओं को बेहतर ढंग से लागू करने में मदद मिलेगी, बल्कि अधिकारियों का मनोबल भी बढ़ेगा।