
देहरादून, उत्तराखंड। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में आज दोपहर बाद मौसम ने अचानक करवट बदली। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के प्रभाव से यमुनोत्री और बदरीनाथ धाम समेत ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी हुई, जिससे ठंड बढ़ गई है।
यह अद्भुत संयोग ही था कि जैसे ही मां यमुना की डोली भैया दूज के अवसर पर यमुनोत्री धाम से शीतकालीन प्रवास के लिए अपने मायके खरसाली गांव पहुंची, यमुनोत्री धाम सहित आसपास के खरसाली, जानकीचट्टी, नारायण पुरी और फूलचट्टी क्षेत्र में तेज बारिश और ओलावृष्टि शुरू हो गई।यमुनोत्री धाम के कपाट आज भैया दूज के पावन पर्व पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं।
करीब एक घंटे तक चली बारिश और ओलावृष्टि के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जिससे ठंडक काफी बढ़ गई है। इस आकस्मिक मौसमी बदलाव के कारण डोली के साथ लौट रहे श्रद्धालुओं को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा और वे जगह-जगह रुकने को मजबूर हो गए।
वहीं, दूसरी ओर बदरीनाथ धाम में भी हल्की बारिश हुई, जबकि धाम की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी शुरू हो गई है। मौसम विभाग ने पहले ही उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग समेत राज्य के छह जिलों में हल्की बारिश और 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना जताई थी।इस बर्फबारी ने पहाड़ों पर ठंड बढ़ा दी है। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार से मौसम में सुधार होने की उम्मीद है।
