
देहरादून: राजस्थान के कई क्षेत्रों में एक बार फिर गोवंशीय पशुओं में लंपी रोग फैलने के मामले सामने आए हैं, जिसके बाद उत्तराखंड सरकार ने भी इसको लेकर सतर्कता बढ़ा दी है। पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने आज विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, जिसमें लंपी रोग से बचाव के लिए किए जा रहे टीकाकरण कार्यक्रम पर चर्चा की गई।
सीमाओं पर सतर्कता और टीकाकरण के निर्देश:
लंपी वायरस की राजस्थान में पुष्टि के बाद, उत्तराखंड में इस बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय और राज्य की अन्य सीमाओं पर पशुरोग नियंत्रण निगरानी दलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, सीमावर्ती क्षेत्रों में रिंग टीकाकरण अभियान तुरंत शुरू करने का आदेश भी दिया गया है। मंत्री बहुगुणा ने एफएमडी (फुट एंड माउथ डिज़ीज) टीकाकरण अभियान के साथ-साथ अगले 10 दिनों में सभी जिलों में बचे हुए गोवंशीय पशुओं का भी टीकाकरण पूरा करने का निर्देश दिया है।
टीकाकरण कवरेज 78% तक पहुंचा:
प्रदेश में अभी तक 78% गोवंशीय पशुओं का टीकाकरण हो चुका है, लेकिन बाकी बचे पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए टीकाकरण और रोग वैक्टर नियंत्रण के प्रयासों को और तेज करने की बात कही गई है। इसके तहत सभी जिलों में तत्काल कार्रवाई दल का गठन करने और पशुपालकों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए जागरूकता शिविर लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं, ताकि इस बीमारी के संभावित प्रसार को रोका जा सके।