
देहरादून: प्रसिद्ध फिल्म निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों में फिल्म की शूटिंग करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात के दौरान उन्होंने अपनी इस इच्छा को व्यक्त किया। प्रकाश झा ने कहा कि उत्तराखंड तेजी से फिल्म निर्माताओं की पसंदीदा शूटिंग डेस्टिनेशन बनता जा रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि राज्य सरकार फिल्म निर्माण के लिए हरसंभव मदद और सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
उत्तराखंड की नई फिल्म नीति: 3 करोड़ तक की सब्सिडी
मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि राज्य में फिल्मांकन के लिए फिल्म नीति-2024 लागू की गई है। इसके तहत हिंदी और संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों को शूटिंग पर खर्च राशि का 30 प्रतिशत या अधिकतम ₹3 करोड़ तक का अनुदान मिलेगा।
- 75% शूटिंग राज्य में: यदि फिल्म की 75% से अधिक शूटिंग उत्तराखंड में होती है, तो शूटिंग फीस माफ की जाएगी।
- क्षेत्रीय फिल्मों के लिए अतिरिक्त सब्सिडी: क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों को खर्च की गई राशि का 50% या ₹2 करोड़ तक का अनुदान मिलेगा।
- ओटीटी और वेब सीरीज: ओटीटी प्लेटफॉर्म, वेब सीरीज, डॉक्यूमेंट्री और शॉर्ट फिल्मों के लिए भी सब्सिडी का प्रावधान है।
- गेस्ट हाउस में छूट: राज्य के पर्यटन विभाग के गेस्ट हाउस (जीएमवीएन और केएमवीएन) में शूटिंग के दौरान 50% छूट दी जाएगी।
गंगाजल 13 बार लिखी
क्राइम लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल होने आए प्रकाश झा ने लेखन से जुड़ी अपनी यात्रा साझा की। उन्होंने कहा, “मैं निर्माता-निर्देशक बनने से पहले एक लेखक हूं। अपराध के बिना कहानी पूरी नहीं होती। मैंने ‘गंगाजल’ को आठ साल में 13 बार लिखा।”
फिल्म निर्माण से बढ़ेगा पर्यटन
उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद के सीईओ बंशीधर तिवारी ने बताया कि राज्य में फिल्मों के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रयास हो रहा है। नई फिल्म नीति और सिंगल विंडो सिस्टम के चलते फिल्म निर्माताओं को तेजी से मंजूरी और सहूलियतें मिल रही हैं।
फिल्म जगत के बड़े नाम जैसे प्रकाश झा का उत्तराखंड में फिल्म बनाने का निर्णय न केवल राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि इसे फिल्म निर्माण का नया हॉटस्पॉट भी बनाएगा।