
देहरादून: मैं जब कभी उत्तराखंड या देहरादून आता हूं तो हर बार हवाई जहाज या हेलिकॉप्टर से आता हूं। इस बार मैं गाड़ी से आया तो मालूम हुआ कि दून में जाम बहुत बड़ी समस्या है। इस संबंध में ग्राफिक एरा ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. कमल घनशाला ने भी बताया। ऐसे में मेरा एक सपना है और धामी जी को मैं कहूंगा आप प्रस्ताव भेजो, मैं हवा में चलने वाली डबल डेकर बस देहरादून में शुरू करवा दूंगा।
ये बातें केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के 12वें दीक्षांत समारोह में कहीं। उन्होंने कहा, हवा में चलने वाली डबल डेकर बस में सवा सौ-डेढ़ सौ लोग ऊपर ही ऊपर इधर से उधर जाएंगे। उन्होंने कहा, सब संभव है, बस हमें समस्याओं को समझना होगा।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, कुछ लोग हैं, जो आपदा को अवसर में बदलते हैं और कुछ लोग अवसर को आपदा में बदलते हैं। ज्ञान बहुत जरूरी है। हमारे यहां ज्ञानी लोग भी बहुत हैं। सरकार में भी बहुत अच्छे-अच्छे अधिकारी हैं, लेकिन निर्णय नहीं लेते। तो ऐसे अच्छे होने का क्या करना। उन्होंने कहा, हमारे देश में वित्तीय ऑडिट तो होता है लेकिन प्रदर्शन का भी ऑडिट होना चाहिए और जो अधिकारी या कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों का अच्छा प्रदर्शन नहीं करते उनकी छुट्टी कर देनी चाहिए। ऐसे में आने वाले दिनों में जब हमारे देश का आर्थिक विकास होगा तो देश में खुश मानव सूचकांक ऊपर उठेगा।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, आपकी सफलता की खुशी अगर आपके परिवार, मित्रों व समाज को होती है तो असली सफलता वह है और यह सफलता टीम भावना के बिना संभव नहीं है। अगर दूसरे के दुख और दर्द को देख हमारे मन में प्रेम या सहानुभूति पैदा नहीं होती तो हमारे ज्ञान का कोई उपयोग नहीं है। हमारा ज्ञान मानवता और इंसानियत की भावना के बिना अधूरा है। ज्ञान के साथ मानवता का होना बहुत जरूरी है।
ज्ञान के साथ इंसानियत ज़रूरी
गडकरी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि “यदि आपकी सफलता से आपके परिवार, मित्र और समाज खुश होते हैं, तभी वह सच्ची सफलता है। और अगर हमारे ज्ञान से किसी को सहानुभूति या प्रेम न मिले, तो ऐसा ज्ञान अधूरा है।”