जंजैहली घाटी, हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में स्थित, एक अद्वितीय और अप्रयुक्त स्थान है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यह घाटी 2150 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और मंडी से लगभग 70 किलोमीटर दूर है। जंजैहली की यात्रा आपको विभिन्न प्रकार के रोमांचक अनुभव प्रदान करती है, जैसे कि ट्रेकिंग, वन्यजीव दर्शन और प्राचीन मंदिरों की यात्रा।
हिमाचल: जंजैहली घाटी, हिमाचल के मंडी जिले का एक छुपा रत्न, जहां प्रकृति अपने सबसे शुद्ध रूप में विद्यमान है। यहां की यात्रा एक ऐसे शहरी जीवन से दूर ले जाती है, जहां समय का कोई मोल नहीं। जंजैहली की वादियों में, जहां बाखली खड्ड की मधुर ध्वनि गूंजती है, वहां आत्मा को एक अद्भुत शांति का अनुभव होता है।
जंजैहली न केवल एक यात्रा स्थल है, बल्कि यह एक अनुभव है – एक ऐसा अनुभव जो आपको प्रकृति के साथ एक होने का एहसास कराता है। यहां की शांति और सुंदरता आपको अपने भीतर की यात्रा पर ले जाती है, जहां आप खुद को फिर से खोज पाते हैं। जंजैहली घाटी, जहां प्रकृति अपने सबसे खूबसूरत रूप में आपका इंतजार कर रही है।
जंजैहली घाटी की सुंदरता और इसकी ऊंचाई, जो कि लगभग 7,217 फ़ीट है, इसे ट्रेकिंग और कैंपिंग के शौकीनों के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण यात्रियों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करते हैं। जंजैहली घाटी में आप न केवल ट्रेकिंग और कैंपिंग का आनंद ले सकते हैं, बल्कि यहाँ के स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को भी नजदीक से जान सकते हैं। यह स्थान प्रकृति के बीच समय बिताने और शहर की भीड़-भाड़ से दूर एक शांतिपूर्ण पलायन के लिए उत्तम है।
यहां के मुख्य आकर्षणों में शिकारी देवी मंदिर शामिल है, जो एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और जहां से घाटी के मनोरम दृश्य देखे जा सकते हैं। इसके अलावा, जंजैहली घाटी में ट्रेकिंग के लिए कई मार्ग हैं, जो आपको दूर-दराज के गांवों, घने जंगलों और अछूते परिदृश्यों के माध्यम से ले जाते हैं। यहां की वन्यजीव संपदा भी समृद्ध है, और आस-पास के सेरी मनु महेश वन्यजीव अभयारण्य में हिमालयन मोनाल, तीतर, हिरण और अन्य जीवों की प्रजातियां पाई जाती हैं।
हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले में स्थित जंजैहली गांव में भूला घाटी है. यह घाटी एक बायोडायवर्सिटी पार्क है. जंजैहली में भूला ट्री हाउस भी है.
जंजैहली घाटी में देखने लायक कुछ प्रमुख स्थल निम्नलिखित हैं:
इन स्थलों के अलावा, जंजैहली घाटी के आसपास कई अन्य खूबसूरत जगहें और ट्रेकिंग मार्ग हैं, जो इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाते हैं। यहाँ की यात्रा आपको प्रकृति के अद्भुत दृश्यों और शांति का अनुभव कराएगी।
जंजैहली घाटी में कई खूबसूरत रमणीय स्थल हैं. यहां कामरूप महादेव मंदिर है. इस कलात्मक मंदिर की खासियत है कि मंदिर के भीतरी भाग की छत पर महाभारत रामायण के काष्ठ में सुंदर चित्र उकेरे गए हैं. यहां ‘पांडव शिला’ भी है. स्थानीय निवासियों का विश्वास है कि यह विशाल शिला पांडव पुत्र भीम ने स्थापित की थी. इस शिला को आप हाथ के जोर से हिला सकते हैं.
जंजैहली से लगभग 18 किलोमीटर दूर शिकारी देवी मंदिर है. यह 3359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह मंदिर जीप योग्य वन सड़क से जुड़ा हुआ है
शिकारी देवी मंदिर के आसपास अनेक दर्शनीय स्थल हैं जो प्रकृति प्रेमियों और धार्मिक यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं:
इन स्थलों के अलावा, मंडी जिले में और भी कई दर्शनीय स्थल हैं जैसे पराशर झील, रिवालसर झील, भीमा काली मंदिर, पंडोह बांध, बड़ौत घाटी, कामरू नाग झील, तत्तापानी, और जोगिंदरनगर जो आपकी यात्रा को और भी रोमांचक बना सकते हैं। ये स्थल अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व, और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध हैं।
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