Uttarakhand Politics: उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव 2027 में जीत की हैट्रिक लगाने के लक्ष्य के साथ अपनी नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की नई टीम में युवा जोश और अनुभवी नेताओं के बीच एक स्पष्ट संतुलन साधने का प्रयास किया गया है। लंबे मंथन के बाद घोषित इस टीम में पहाड़-मैदान के क्षेत्रीय समीकरणों के साथ-साथ जातीय गणित को भी साधने की रणनीति साफ नजर आती है।
देहरादून: उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए अपनी कमर कस ली है। लंबे मंथन और गहन विचार-विमर्श के बाद पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की 42 सदस्यीय नई टीम का ऐलान कर दिया है। इस नई टीम में अनुभव और युवा जोश का संतुलन साधने की स्पष्ट कोशिश दिखाई देती है, जिसमें 17 नए चेहरों को मौका दिया गया है। पार्टी ने आगामी चुनावी हैट्रिक के लक्ष्य को साधने के लिए युवा चेहरों और महिलाओं पर विशेष भरोसा जताया है।
संतुलन और रणनीति पर फोकस
भाजपा की नई कार्यकारिणी में क्षेत्रीय और जातीय समीकरणों को संतुलित करने पर विशेष ध्यान दिया गया है। टीम में गढ़वाल और कुमाऊं, दोनों मंडलों के नेताओं को उचित प्रतिनिधित्व दिया गया है ताकि पहाड़ और मैदान का संतुलन बना रहे।हरिद्वार जिले से चार नेताओं को टीम में जगह मिली है, तो वहीं पर्वतीय जिलों को भी साधने का प्रयास किया गया है।
युवा और महिलाओं को मिली तरजीह
इस बार के संगठनात्मक बदलाव में सबसे खास बात यह है कि युवा चेहरों और महिला नेत्रियों को अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। टीम में शामिल अधिकांश पदाधिकारियों की उम्र 40 से 50 वर्ष के बीच है, जो पार्टी की भविष्य की रणनीति को दर्शाता है।
प्रमुख नियुक्तियां और अनुभव पर भरोसा
नई टीम में जहां युवाओं को आगे बढ़ाया गया है, वहीं पुराने और अनुभवी कार्यकर्ताओं पर भी भरोसा कायम रखा गया है।
विभिन्न मोर्चों पर भी नई नियुक्तियां की गई हैं, जिसमें रुचि चौहान भट्ट को महिला मोर्चा, महेंद्र सिंह नेगी को किसान मोर्चा और अनीस गौड़ को अल्पसंख्यक मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है।
पार्टी नेतृत्व का मानना है कि यह संतुलित और ऊर्जावान टीम न केवल संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूती प्रदान करेगी, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक लगाने के लक्ष्य को भी सफलतापूर्वक हासिल करेगी।
क्षेत्रीय संतुलन और सबकी भागीदारी
नई कार्यकारिणी में गढ़वाल और कुमाऊं के बीच संतुलन का पूरा ध्यान रखा गया है। हरिद्वार जिले से चार नेताओं को टीम में जगह दी गई है, जिसमें पूर्व विधायक स्वामी यतीश्वरानंद को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ ही विभिन्न सांसदों के करीबियों को भी अहम पदों पर मौका देकर यह सुनिश्चित किया गया है कि सत्ता और संगठन में सबकी भागीदारी हो। राष्ट्रीय स्तर पर संगठन में सक्रिय रहे चेहरों जैसे दीप्ति रावत, डॉ. स्वराज विद्वान और नेहा जोशी को अब राज्य में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने विश्वास जताया कि युवा, महिला और अनुभवी पदाधिकारियों से सजी यह संतुलित टीम संगठन को नई ऊर्जा देगी और “मिशन 2027” को सफलतापूर्वक फतह करेगी।
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