नई दिल्ली :कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में हुए भीषण अग्निकांड के बाद, भारतीय वायु सेना के सी-130जे विमान ने 45 भारतीय प्रवासी श्रमिकों के पार्थिव शरीरों को लेकर शुक्रवार सुबह कोच्चि के लिए उड़ान भरी। इस दुखद घटना में मृतकों में 24 लोग केरल से, तीन उत्तर प्रदेश से, सात तमिलनाडु से और तीन आंध्र प्रदेश से थे।
इस इमारत में कुल 196 प्रवासी श्रमिक काम कर रहे थे, जिनमें से अधिकांश भारतीय थे। विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने भी उसी विमान से वापसी की है। कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पुलिस बल और एम्बुलेंस को तैनात किया गया है, ताकि पार्थिव शरीरों को सम्मानपूर्वक उनके गृह राज्यों तक पहुंचाया जा सके।इस त्रासदी की जांच जारी है, और प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इमारत के भूतल पर गैस सिलेंडरों की उपस्थिति और अन्य ज्वलनशील सामग्री के कारण आग लगी हो सकती है।
इस दुखद घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गहरा दुख व्यक्त किया है, और पीड़ित परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। भारतीय समुदाय और सरकार इस कठिन समय में पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं, और हम सभी उनके लिए शांति और साहस की कामना करते हैं।
मृतकों के शवों को लेकर रवाना हुआ सुपर हरक्युलिस
वायुसेना का सुपर हरक्युलिस विमान कुवैत से 45 शवों को लेकर रवाना हो चुका है। पहले यह विमान केरल के कोच्चि में उतरेगा, क्योंकि ज्यादातर मृतक वहीं के थे। इसके बाद विमान दिल्ली आएगा। यहां से शव संबंधित राज्यों में भेजे जाएंगे।
यह घटना कुवैत के दक्षिणी शहर मंगाफ में एक सात मंजिला इमारत में हुई
यह घटना कुवैत के दक्षिणी शहर मंगाफ में एक सात मंजिला इमारत में हुई, जहां आग लगने से कम से कम 49 विदेशी श्रमिकों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए। इस इमारत में 196 प्रवासी श्रमिक रह रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस घटना पर दुख जताया है और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि कुवैत में भारतीय दूतावास घायलों की सहायता और मृतकों के शवों की वापसी में सहयोग कर रहा है।
इस त्रासदी की जांच जारी है, और स्थानीय मीडिया के अनुसार, इमारत के भूतल से गैस लीक होने का संदेह है। जांच प्रमुख कर्नल सईद अल-मौसवी ने बताया कि ज्वलनशील पदार्थ के इस्तेमाल से धुआं उठा और कई पीड़ितों का दम घुट गया।
इस दुखद घड़ी में, पूरा भारत उन परिवारों के साथ खड़ा है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है, और हम सभी उनके लिए शांति और साहस की कामना करते हैं।
अब तक 48 शवों की हुई पहचान
यूपी के मृतकों की पहचान वाराणसी के माधव सिंह, गोरखपुर के जयराम गुप्ता और अंगद गुप्ता के रूप में हुई है। वहीं, आंध्र प्रदेश के मृतकों में श्रीकाकुलम जिले के टी लोकानंदम, पश्चिम गोदावरी जिले के एम सत्यनारायण और एम ईश्वरुडु की पहचान की गई है। अरब टाइम्स ने कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री शेख फहद अल-यूसूफ अल-यूसुफ के हवाले से बताया कि अधिकारियों ने अब तक 48 शवों की पहचान की है। कुवैत के दक्षिणी शहर मंगाफ में सात मंजिला इमारत में हुए हादसे में 49 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 50 से अधिक घायल हुए हैं।
केरल सरकार ने किया मदद का एलान
केरल सरकार ने परिजनों को 5-5 लाख रुपये की मदद की घोषणा की है। इस बीच, भारत के विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह कुवैत पहुंच गए हैं। वहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की है। सिंह स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर शवों को भारत लाने के प्रयास में जुटे हैं। वहीं, कुवैत प्रशासन ने शवों की पहचान स्थापित करने के बाद वादा किया कि वह हादसे की त्वरित जांच करेगा और शवों को वापस भेजने में पूरी मदद करेगा। पता चला है कि इमारत में 196 श्रमिक रखे गए थे। एक दिन पहले यह संख्या 160 बताई गई थी।
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