खटीमा – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का एक अलग ही अंदाज देखने को मिला, जब वे खटीमा दौरे पर थे.उन्होंने सड़क किनारे एक ठेले पर रुककर न केवल भुट्टे का स्वाद चखा, बल्कि खुद भी भुट्टा भूनकर खाया. इस घटना ने स्थानीय लोगों और मीडिया का ध्यान आकर्षित किया और उनकी सादगी की प्रशंसा हुई.
गुरुवार को अपने खटीमा दौरे के दौरान, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुरई वन रेंज के घने जंगल के बीच स्थित बाबा भारामाल मंदिर में पूजा-अर्चना की.इसके बाद जब उनका काफिला पीलीभीत रोड से गुजर रहा था, तो वे अचानक सड़क किनारे भुट्टा भून रहे एक ठेले के पास रुक गए.
मुख्यमंत्री ने ठेले पर खुद भुट्टा भूना और वहां पहले से मौजूद एक बुजुर्ग महिला को भी अपने हाथ से भुना हुआ भुट्टा दिया और उनका हालचाल जाना.इसके बाद उन्होंने खुद भी भुट्टे का स्वाद लिया. इस दौरान उन्होंने “वोकल फॉर लोकल” को बढ़ावा देने का संदेश भी दिया और कहा कि स्थानीय श्रमिकों और छोटे व्यापारियों की मेहनत ही राज्य की असली ताकत है.उन्होंने युवाओं से स्वावलंबन, उद्यमिता और स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देने का भी आग्रह किया.
मुख्यमंत्री के इस व्यवहार को उनकी विनम्रता और जनता के प्रति जुड़ाव के रूप में देखा जा रहा है.यह भी संदेश देता है कि एक सशक्त समाज वही है जहाँ नेतृत्व और आमजन के बीच संवाद और सम्मान की भावना हो. इससे पहले भी मई 2022 में, उन्होंने खटीमा में एक ठेले पर रुककर भुट्टे का स्वाद लिया था, जिससे लोग उनकी सादगी को देखकर हैरान रह गए थे.
हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में हुई दुखद घटना से सबक लेते हुए उत्तराखंड सरकार…
नई दिल्ली/देहरादून: केंद्र सरकार ने देश में लंबे समय से प्रतीक्षित जातीय जनगणना की तारीखों की…
ऋषिकेश, 30 जुलाई 2025: बुधवार तड़के ऋषिकेश-हरिद्वार बाईपास मार्ग पर आरटीओ ऑफिस के पास एक दिल…
देहरादून: हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में हुई दुखद भगदड़ की घटना के बाद, उत्तराखंड सरकार…
देहरादून. अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस के अवसर पर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक अभूतपूर्व…
प्राचीन काल की बात है। एक बार देवताओं और दानवों ने मिलकर समुद्र मंथन किया।…