Dehradun:Iran vs Israel:मध्य पूर्व में तनाव की स्थिति और गहरा गई है, जहां हमास और इस्राइल के बीच जारी संघर्ष के बीच ईरान ने इस्राइल पर हमले किए हैं। इस कदम से एक नए युद्ध की आशंका बढ़ गई है, जिसमें अमेरिकी सैन्य बलों के शामिल होने का जोखिम भी है। ईरान द्वारा इस्राइल पर किए गए हमले में 300 से अधिक मिसाइलें और ड्रोन शामिल थे, जो ईरान के द्वारा इस्राइल पर सीधे सैन्य हमले की पहली घटना है।
इस्राइल ने ईरान के अंदर हमला किया है, जिससे मध्य पूर्व में संघर्ष की स्थिति और बढ़ सकती है। ईरान की वायु रक्षा प्रणालियों को कई स्थानों पर सक्रिय किया गया था जब इस्फहान के हवाई अड्डे और सेना के एक बेस के पास विस्फोट सुने गए थे। इस्राइल ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
इस बीच, हमास के साथ इस्राइल का संघर्ष जारी है, जो ईरान का सहयोगी है। इस्राइल और ईरान के बीच दशकों से चल रहा छाया संघर्ष अब खुले में आ गया है, जब ईरान ने इस्राइल पर एक अभूतपूर्व हमला किया, जिसे तेहरान ने सीरिया में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर एक घातक संदिग्ध इस्राइली हवाई हमले के लिए प्रतिशोध के रूप में बताया।
युद्ध की गंभीरता और खतरे का आकलन करना जटिल है, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष विश्व सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है। ईरान के हमले के बाद, इसराइल पर हमले के बाद देश में क्या है माहौल और इसराइल बनाम ईरान: किसके पास कितनी ताक़तजैसे लेखों में इस तनाव की गंभीरता पर चर्चा की गई है। ईरान और इजरायल के बीच युद्ध का असर आर्थिक संबंधों पर पड़ सकता है, और इसका असर महंगाई पर भी पड़ सकता है। कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर तक पहुंचने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
जोनाथन पैनिकॉफ के अनुसार, ईरान द्वारा इस्राइल पर बैलिस्टिक मिसाइलों या ड्रोन का उपयोग करके हमला करना एक जोखिम भरा विकल्प होगा, और ईरान व्यापक पैमाने पर युद्ध को बढ़ने से रोकने की कोशिश कर सकता है। इसके अलावा, ईरान प्रॉक्सी समूहों जैसे हिज्बुल्ला का उपयोग कर सकता है, जिससे इस्राइल की वायु सुरक्षा प्रणालियों पर दबाव पड़ सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी इस्राइल की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है, जो इस क्षेत्रीय तनाव की गंभीरता को दर्शाता है।
इस संघर्ष के चलते वैश्विक राजनीति और सुरक्षा की स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है, और इसके निर्णायक परिणाम की प्रतीक्षा विश्व समुदाय द्वारा की जा रही है।
इस संघर्ष के बढ़ने से विश्व में एक और युद्ध की आशंका बढ़ रही है, और इसके परिणामस्वरूप वैश्विक राजनीति और सुरक्षा की स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। विश्व समुदाय की नजरें इस संघर्ष पर टिकी हुई हैं, और इसके निर्णायक परिणाम की प्रतीक्षा की जा रही है।
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