अक्सर मन कुछ मीठा खाने का करता है, लेकिन बाहर से लाने का दिल नहीं होता. ऐसे में घर पर ही बनाई गई मिठाई की बात ही कुछ और होती है. बूंदी एक ऐसी ही पारंपरिक मिठाई है जो हर किसी को पसंद आती है. पर कई लोगों की शिकायत होती है कि घर पर बूंदी हलवाई जैसी गोल, दानेदार और रसीली नहीं बनती.
अगर आपकी भी यही समस्या है, तो चिंता छोड़ दीजिए. आज हम आपके लिए लाए हैं वो सीक्रेट ट्रिक, जिससे आपकी बूंदी भी बनेगी एकदम मोतियों जैसी गोल और मुंह में जाते ही घुल जाने वाली मुलायम. इस आसान विधि से आप पहली बार में ही परफेक्ट बूंदी बना लेंगे.
बूंदी बनाने के लिए सामग्री:
परफेक्ट बूंदी बनाने की विधि:
स्टेप 1: चाशनी तैयार करें
एक बर्तन में चीनी और पानी डालकर गैस पर रखें. चीनी के पूरी तरह घुल जाने तक इसे चलाएं. जब चाशनी में उबाल आ जाए तो आंच को मध्यम कर दें और 2-3 मिनट तक और पकने दें. हमें कोई तार वाली चाशनी नहीं बनानी है, बस इतनी कि वह उंगली और अंगूठे के बीच चिपचिपी महसूस हो. अब गैस बंद कर दें और उसमें इलायची पाउडर और केसर डालकर मिला दें.
स्टेप 2: घोल बनाने का रहस्य
एक बड़े कटोरे में छना हुआ बेसन लें. अब थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए इसे एक ही दिशा में अच्छी तरह फेंटें. असली ट्रिक यहीं है – बेसन को कम से कम 10 से 15 मिनट तक लगातार फेंटना है. फेंटने से बेसन हल्का और फ्लफी हो जाएगा, जिससे बूंदी गोल और खोखली बनेगी और चाशनी अच्छे से सोखेगी.
घोल की कंसिस्टेंसी ऐसी होनी चाहिए कि जब आप उसे चम्मच से गिराएं तो वह एक धार में आसानी से गिरे. यह पकौड़े के घोल से थोड़ा पतला होना चाहिए. अब इसमें 1 छोटा चम्मच तेल डालकर अच्छी तरह मिला लें. आखिर में, जब तेल तलने के लिए तैयार हो, तब बेसन में बेकिंग सोडा डालकर मिलाएं.
स्टेप 3: मोतियों जैसे दाने तलने की कला
एक कड़ाही में घी या तेल डालकर मध्यम आंच पर गरम करें. तेल सही से गरम हुआ है या नहीं, यह जांचने के लिए घोल की एक बूंद डालकर देखें. अगर वह तुरंत तैरकर ऊपर आ जाए, तो तेल तैयार है.
अब कड़ाही से लगभग 3-4 इंच की ऊंचाई पर बूंदी बनाने वाला झारा या कद्दूकस (जिसके छेद गोल हों) रखें. झारे के ऊपर एक बड़ा चम्मच घोल डालें और उसे अपने-आप बूंद-बूंद करके तेल में गिरने दें. झारे को हिलाना या थपथपाना नहीं है, वरना बूंदी लंबी हो सकती है. कड़ाही में जितनी बूंदी आसानी से आ जाए, उतनी ही डालें. इन्हें हल्का सुनहरा और कुरकुरा होने तक तलें.
स्टेप 4: मुंह में घुलने वाली बनावट के लिए
तली हुई बूंदी को सीधे निकालकर हल्की गर्म चाशनी में डालें. सारी बूंदी इसी तरह तलकर चाशनी में डालते जाएं. अब बूंदी को चाशनी में अच्छी तरह डुबोकर 20-25 मिनट के लिए ढककर रख दें. इतने समय में बूंदी चाशनी को सोखकर नरम, रसीली और स्वाद से भरपूर हो जाएगी.
आपकी मोतियों जैसी दानेदार और मुंह में घुल जाने वाली मीठी बूंदी तैयार है. इसे आप ऐसे ही परोस सकते हैं या फिर इसके लड्डू भी बना सकते हैं.
देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में सोमवार देर रात हुई विनाशकारी बारिश…
सतयुग में दंभोद्भवा नामक एक असुर था, जिसे लोग दुरदुंभ भी कहते थे। उसने सहस्त्रों…
देहरादून: श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। लगभग तीन महीने तक बंद रहने…
Uttarakhand Politics: उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव 2027 में जीत की हैट्रिक…
देहरादून: उत्तराखंड में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है, जिसके चलते मौसम विभाग ने…
Uttarakhand:मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीन चंद्र रामगुलाम उत्तराखंड के अपने चार दिवसीय दौरे के बाद…