रुद्रप्रयाग:रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए हादसे में बस की अनियंत्रित होने से एक बड़ी आपदा से बच गई। इस घातक स्थिति में मौके पर मौजूद लोगों ने त्वरित कार्रवाई की और बस में सवार यात्रियों को बाहर निकाला। बस को भी सड़क पर लाने में सफलता मिली। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बाधित रहा और एक मैक्स वाहन को पास देने के चक्कर में यह हादसा हुआ।
जानकारी के अनुसार, इस घातक घटना में केदारनाथ यात्रा से लौट रहे महाराष्ट्र के 30 यात्रियों को लेकर एक बस सोनप्रयाग से ऋषिकेश के लिए रवाना हुई थी। बस गुप्तकाशी से आगे सेमीधार पहुंची थी। यहां तीखे मोड़ से ढलान की तरफ करीब दस मीटर आगे विपरीत दिशा से आ रहे एक मैक्स वाहन को पास देते समय बस अनियंत्रित हो गई। बस के दोनों अगले टायर सड़क से बाहर निकलकर खाई की तरफ आ गए, जबकि बस का मध्य और पिछला हिस्सा सड़क किनारे बने पैराफिट में अटक गया। धैर्य और सही कार्रवाई के कारण बस खाई में नहीं गिरी।घटना से बस में सवार सभी 30 यात्रियों की जान हलक में अटक गई। कई यात्री जोर-जोर से चिल्लाने लगे। बस चालक ने सभी को धैर्य से काम लेने और शांत रहने को कहा। इस दौरान वहां मौजूद अन्य वाहन संचालकों और स्थानीय लोगों ने बस में सवार सभी यात्रियों को एक-एक कर सुरक्षित बाहर निकाला।
सूचना पर पुलिस दल भी मौके पर पहुंच गया था। पुलिस दो घंटे की मशक्कत के बाद स्थानीय लोगों और अन्य वाहन चालकों की मदद से लकड़ी के तख्त व गुटखों के सहारे बस को वापस सड़क तक लाई। दोपहर 12.30 बजे बस अपने गंतव्य के लिए रवाना हुई। गुप्तकाशी व्यापार संघ के पूर्व अध्यक्ष मदन सिह रावत ने बताया कि चालक की सूझबूझ ने बड़ा हादसा टल गया। जहां पर बस अनियंत्रित हुई, वहां पर 500 मीटर गहरी चट्टानी खाई है। पुलिस उपाधीक्षक हर्षवर्धनी सुमन ने बताया कि मैक्स को पास देते समय बस का अगला हिस्सा सड़क से बाहर आ गया था। सभी यात्री सुरक्षित हैं।
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